-एम्स ऋषिकेश में दो दिवसीय सम्मेलन का हुआ आगाज
ऋषिकेश, 16 जनवरी (Udaipur Kiran) । स्वास्थ्य क्षेत्र में स्मार्ट ई हेल्थ और ई लर्निंग प्रोग्राम को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एम्स ऋषिकेश में दो दिवसीय सम्मेलन का हुआ आगाज। इस दौरान संयुक्त सचिव मधुकर कुमार भगत ने कहा कि आने वाला समय ई-हेल्थ तकनीक का है और और भविष्य में सूचना प्रोद्योगिकी के उपयोग से चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं अग्रणी भूमिका निभाएगी।
गुरुवार को कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव मधुकर कुमार भगत ने यह बातें कही। सम्मेलन में देश के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों के चिकित्सा विशेषज्ञ स्मार्ट ई-हेल्थ और ई-लर्निंग विषय पर मंथन कर इसे बढ़ावा देने पर जोर दिया।
इस मौके पर मधुकर भगत ने कहा कि एम्स ऋषिकेश डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न स्तर पर कार्य कर रहा है। स्वास्थ्य क्षेत्र में स्मार्ट ई-हेल्थ और ई-लर्निंग का बहुत महत्व है। उन्होंने भविष्य की दृष्टि से तकनीक आधारित डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं को क्रांतिकारी कदम बताया।
उन्होंने कहा कि एम्स ऋषिकेष की ओर से संचालित टेली मेडिसिन सेवा,तकनीक आधारित ड्रोन मेडिकल सेवा,टेली एजुकेशन और टेली परामर्श सहित कई अन्य क्षेत्रों में डिजिटल तकनीक का उपयोग इसका उदाहरण है। इन्ही उद्देश्यों को लेकर संस्थान में टेली मेडिसिन एण्ड बायोमेडिकल इन्फोरमेटिक विभाग की ओर से संचालित रीजनल रिसाॅर्स सेंटर (सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस फाॅर ए.आई.) और सेंटर फाॅर एविडेन्स सिंथेसिस एण्ड पब्लिक पाॅलिसी सेन्ट्रल लाइब्रेरी के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि संचार क्रांति के युग में स्वास्थ्य क्षेत्र की यह तकनीक रोगियों को घर बैठे स्वास्थ्य परामर्श उपलब्ध करवा रही है।
इससे पूर्व एम्स ऋषिकेश की कार्यकारी निदेशक और कार्यशाला की आयोजन अध्यक्ष प्रो.मीनू सिंह ने संस्थान की ओर से संचालित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।
उन्होंने नेशनल मेडिकल काॅलेज नेटवर्क के तहत संस्थान की ओर से उपलब्ध करवायी जा रही ई-लर्निंग एजुकेशन को फेकल्टी सदस्यों और मेडिकल छात्रों के लिए विशेष लाभकारी बताया। साथ ही ई-हेल्थ के तहत संस्थान की ड्रोन आधारित मेडिकल सेवाओं, टेली कसंलटेशन, आउटरीच सेन्टरों, टेली फोलाॅअप और ई-स्मार्ट लर्निंग के अन्तर्गत टेली एजुकेशन और अन्य योजनाओं के लाभ गिनाए।
कार्यशाला में एम्स दिल्ली स्थित नेशनल रिसाॅर्स सेन्टर (एन.आर.सी.) के नोडल ऑफिसर और काॅर्डियोलाॅजिस्ट डाॅ.अंबुज राॅय ने ई-लर्निंग फाॅर मेडिकल एजुकेशन और आई.आई.टी रूड़की की प्रो.दुर्गा तोशनिवाल ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (ए.आई.) के उपयोग और स्वास्थ्य क्षेत्र में इसके महत्व पर व्याख्यान दिया।
सम्मेलन को विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों से आए डाॅ.पारूल नारंग,डाॅ.प्रदीप तोमर,डाॅ.अरूण सोलंकी,डाॅ.कमल किशोर और डाॅ.रविन्द्र खैरवाल आदि विशेषज्ञों ने भी संबोधित किया। सम्मेलन में ए.आई एप्लिकेशन,प्रोडक्ट और सर्विसेज के बारे में व्यापक चर्चा के अलावा राउण्ड टेबल परिचर्चा के माध्यम से ई-हेल्थ और ई-लर्निंग का व्यापक उपयोग पर जोर दिया गया। इस दौरान डीन एकेडेमिक प्रो.जया चतुर्वेदी,प्रो.शालिनी राव,कार्यशाला के आयोजन सचिव विनीत कुमार,सह आयोजन सचिव संदीप कुमार सिंह,डाॅ.विवेक सिंह मलिक,डाॅ.श्रीलोय मोहन्ती के अलावा संस्थान के फेकल्टी सदस्य व अधिकारीगण मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / विक्रम सिंह