गोपेश्वर, 06 सितम्बर (Udaipur Kiran) । मां नंदा की लोकजात यात्रा धीरे-धीरे अपने अंतिम पड़ाव, कैलाश की ओर बढ़ रही है। शुक्रवार को नंदादेवी की उत्सव डोली इच्छोली गांव से कैल गांव पहुंची, जहां भक्तों ने माता की उत्सव डोली का स्वागत किया। पूजा अर्चना के बाद यह यात्रा रात्रि विश्राम में लिए फल्दीया गांव के लिए रवाना हो गई।
मां नंदा देवी की लोकजात यात्रा इच्छोली से ब्रह्म भोजन के लिए मिश्र बन्धुओं के पैतृक गांव कैल पहुंचीं। ग्रामीणों ने नंदा की विग्रह डोली का फूल-मालाओं से स्वागत किया। देवी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। कैल गांव के ग्राम प्रधान जीवन मिश्रा, जोगा दंत, कांता प्रसाद, देवी दत्त, आत्मा राम आदि ने नंदा की उत्सव डोली का स्वागत किया। सैकड़ों भक्तों ने मां नंदा की पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया। महिलाओं ने भजन कीर्तन करते हुए मां नंदा को सोलह श्रृंगार सामग्री भेंट की।
इसके बाद लोकजात यात्रा रात्रि विश्राम के लिए फल्दीयागांव की ओर बढ़ गई। शनिवार को यात्रा फल्दियागांव से हाेते हुए काडेई, पिलखाडा, ल्वाणी और मुदोली गांव
पहुंचेगी।
(Udaipur Kiran) / जगदीश पोखरियाल