
गुवाहाटी, 07 मार्च (Udaipur Kiran) । असम जातीय परिषद (एजेपी) के अध्यक्ष लुरिनज्योति गोगोई द्वारा राज्य सरकार और मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा को लेकर की गई टिप्पणी पर प्रदेश भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। भाजपा असम प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता मनोज बरुवा ने कहा कि राज्य सरकार की जनहितैषी नीतियों और विकास कार्यों से हताश विपक्ष अब अनर्गल बयानबाजी पर उतर आया है।
उन्होंने कहा कि असम सरकार ने हाल ही में आदिवासी व चाय जनजाति समुदाय की सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक मंच पर मजबूत तरीके से प्रस्तुत किया है। साथ ही, ‘एडवांटेज असम 2.0’ पहल के तहत पांच लाख करोड़ रुपये के निवेश की व्यवस्था कर राज्य की आर्थिक नींव को और मजबूत किया जा रहा है। इससे घबराकर विपक्षी नेता दिशाहीन हो गए हैं।
भाजपा ने आरोप लगाया कि लुरिनज्योति गोगोई और विपक्षी दल हताशा में ऐसे बयान दे रहे हैं, जिससे राज्य की छवि धूमिल हो रही है। मुख्यमंत्री को ‘अकर्मण्य-निकम्मा’ कहने और असम को ‘भिखारियों का राज्य’ बताने का कड़ा विरोध करते हुए भाजपा ने कहा कि यह बयान पूरी तरह निंदनीय और मानसिक अस्थिरता का प्रतीक है।
प्रदेश भाजपा ने मांग की कि लुरिनज्योति गोगोई राज्यवासियों से माफी मांगें और जनता को गुमराह करने की कोशिशों से बाज आएं।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
