—गणेशोत्सव में विविध सांस्कृतिक अनुष्ठानों के आयोजन, बड़ा गणेश मंदिर में पहले दिन उमड़ेगी श्रद्धालुओं की भीड़
वाराणसी,06 सितम्बर (Udaipur Kiran) । भादों मास की गणेश चतुर्थी पर शनिवार को काशीपुराधिपति की नगरी में भगवान गणेश की कहीं सप्ताह भर तो कहीं पॉच दिनों तक आराधना होगी। बाबा विश्वनाथ की नगरी में हर—हर महादेव के साथ गणपति बप्पा मोरिया की भी गूंज चहुंओर सुनाई देगी। भव्य पूजा पंडालों में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित होगी । वहीं,लोहटिया स्थित बड़ा गणेश दरबार के साथ अन्य गणेश मंदिरों में भी भव्य श्रृंगार, पूजन एवं आरती के कार्यक्रम होंगे। विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों की ओर से पूजा पंडालों में विविध सांस्कृतिक अनुष्ठानों के आयोजन भी होंगे। रामघाट स्थित श्री वल्लभराम शालिग्राम सांगवेद विद्यालय में शनिवार से 15 सितम्बर तक 103वें वार्षिक गणेशोत्सव की शुरुआत होगी। महाराष्ट्र के संत बबन लक्ष्मण मस्के की अध्यक्षता में गणेशोत्सव मनाया जाएगा।
गणेशोत्सव समिति के अध्यक्ष गणेश्वर शास्त्री द्राविड़ ने बताया कि उत्सव में वेदपाठ,वेद और शास्त्र के विद्यार्थियों की प्रतियोगिता परीक्षा,विद्वत परिषद,पुराण प्रवचन,हरिकीर्तन,भजन की प्रस्तुति के साथ शोभायात्रा भी निकलेगी। पहले दिन शनिवार को ही शाम को गणेश जन्म की कथा होगी। इसके पहले विद्या देवता सहित धर्मनारायण एवं गणेश भगवान का स्थापन,पूजन,गणेश सहस्त्रनाम से हवन होगा। इसी क्रम में ठठेरी बाजार स्थित शेरवाली कोठी में शनिवार को मुम्बई के सुप्रसिद्ध लालबाग के राजा की प्रतिमूर्ति विराजित होगी।
काशी मराठा गणेश उत्सव समिति की ओर से आयोजित गणेशोत्सव में विराजित होने वाले लाल बाग के राजा की प्रतिमूर्ति मुम्बई के ही मूर्तिकार दीपक कुमार ने तैयार की है। साढ़े पांच फीट की इस मूर्ति में प्राकृतिक रंगों का चयन किया गया है। मूर्ति स्थापना व पूजन में वाराणसी मंडल के कमिश्नर कौशलराज शर्मा बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे।
समिति के वरिष्ठ संरक्षक माणिक राव पाटिल, संरक्षक संतोष पाटिल,सुहाष पाटिल, सलाहकार लालजी पाटिल, हनुमंत राव मोरे, चंद्रशेखर शिंदे, अध्यक्ष आनंद राव सूर्यवंशी, महामंत्री अन्ना मोरे, कोषाध्यक्ष हनुमान शिंदे, उपाध्यक्ष अजीत पाटिल,मुसा मुलानी राजू, सोनू पाटिल, बजरंग शिंदे, सुनील शिंदे, रवि सेठ, मंत्री विनोद जाधव, शुभम् पाटिल, बसंत तामखडे़, शंकर भगत, संतोष शिंदे शुक्रवार को पंडाल में पूजा की तैयारियों को अन्तिम रूप देने के लिए जुटे रहे।
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी