सुल्तानपुर, 25 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । श्रीमद् भागवत कथा महापुराण में भगवान के भक्तों की भी कथाएं सुनाई जाती है । भगवान लालायित रहते हैं। अपने भक्तों के चरित्र और उनकी भक्ति की कथाओं को सुनने के लिए। भगवान को अपने भक्तों की कथा में बहुत आनंद मिलता है।
कुड़वार ब्लॉक के पूरे लेदई गांव में रामचंद्र मिश्रा के संयोजन में श्रीमद् भागवत महापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। व्यास पीठ से देवी चित्रलेखा ने कहा श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा सुनने जब व्यक्ति आता है तो स्वयं नारायण उसके हृदय में विराजते हैं । वह इसलिए की स्वयं भगवान भी अपनी कथा सुनना चाहते हैं, क्यों कि श्रीमद् भागवत कथा महापुराण में भगवान के भक्तों की भी कथाएं सुनाई जाती है । भगवान लालायित रहते हैं। अपने भक्तों के चरित्र और उनकी भक्ति की कथाओं को सुनने के लिए। भगवान को अपने भक्तों की कथा में बहुत आनंद मिलता है। भक्त भगवान के बच्चे हैं, दुलारे हैं ,लाडले हैं । जब भक्तों की कथा गाई जाती है तो भगवान आनंदित हो जाते हैं।
यहां देवी चित्रलेखा ने सातवें दिन की कथा में भगवान श्री कृष्ण के मथुरा की लीलाओं का विस्तार से वर्णन किया। द्वारिका की लीलाओं में रुकमिनी ,जांमवती सत्यभामा ,यमुना, कालिंदी समेत सोलह हजार विवाह की चर्चा की।
कथा में प्रदेश सरकार के मंत्री सतीश शर्मा पूर्व मंत्री व विधायक विनोद सिंह, राज प्रसाद उपाध्याय और राज बाबू सीताराम वर्मा, दिनेश प्रताप सिंह विजय त्रिपाठी ,श्याम बहादुर पांडेय दिनेश दूबे विजय पांडेय सुशील पांडेय आदि रहे।
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(Udaipur Kiran) / दयाशंकर गुप्ता