
जबलपुर, 6 मई (Udaipur Kiran) । जबलपुर लोकायुक्त पुलिस ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय में छापा मारते हुए, सूचना के अधिकार की जानकारी देने वाली सहायक ग्रेड-3 पदस्थ महिला कर्मचारी को 4 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। मंगलवार की दोपहर लोकायुक्त की अचानक हुई कार्रवाई से कार्यालय में हड़कंप मच गया। लोकायुक्त पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ महिला को पकड़ने के बाद सर्किट हाउस-2 ले जाकर आगे की कार्रवाई की।
जबलपुर लोकायुक्त टीम ने जिले के स्वास्थ्य विभाग में आरटीआई शिकायत शाखा में पदस्थ विनीता विलियम्स (49) को उनके कार्यालय से 4हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। जबलपुर के एक आरटीआई कार्यकर्ता राकेश विश्वकर्मा ने लोकायुक्त विभाग को शिकायत दी थी। अपनी शिकायत में उसने बताया कि उनके द्वारा 1 मई को स्वास्थ्य विभाग सीएमएचओ कार्यालय में सूचना के अधिकार के तहत कुछ जानकारी मांगी गई थी। इसके बाद 4 मई को विनीता ने राकेश को कॉल कर कहा कि जानकारी तो मिल जाएगी, लेकिन इसके लिए चार्ज लगेगा। जब राकेश ने आपत्ति जताई, तो विनीता ने सूचना के अधिकार के तहत जानकारी देने से मना कर दिया। इसके विषय में आवेदक को आगे बढ़ाने के नाम पर आरटीआई शाखा प्रभारी द्वारा 5 हजार रूपये की रिश्वत की मांग की गई है। राकेश ने 5 मई को रिश्वत की मांग से संबंधित शिकायत जबलपुर लोकायुक्त कार्यालय में की, जिसकी जांच के बाद यह पाया गया कि विनीता द्वारा रिश्वत की डिमांड की जा रही थी।
शिकायत का सत्यापन करने के बाद जबलपुर लोकायुक्त टीम ने याेजना अनुसार मंगलवार की दोपहर को आरटीआई शाखा में पदस्थ विनीता विलियम को रिश्वत की रकम देने के लिए राकेश विश्वकर्मा कार्यालय पहुंचे। जिला अस्पताल जबलपुर विक्टोरिया के प्रांगण में कार्यालय के समीप ही विनीता विलियम्स द्वारा 4हजार ले लिए गए। इस दौरान पीछे खड़ी लोकायुक्त की टीम ने विनीत विलियम्स को रिश्वत की रकम लेते हुए रंगे हाथ दबोच लिया। लोकायुक्त डीएसपी नीतू त्रिपाठी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ विनीता द्वारा सूचना के अधिकार के तहत जानकारी देने के बदले रिश्वत मांगी जा रही थी, जिसके लिए राकेश ने शिकायत दर्ज करवाई थी।
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(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक
