Madhya Pradesh

ग्वालियर: भृत्य को लोकायुक्त ने रिश्वत लेते दबोचा

ग्वालियर, 27 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । मकान का नामांतरण करने के एवज में रिश्वत मांगने वाले नगर निगम के कर संग्रहक व भृत्य के खिलाफ लोकायुक्त ने कार्रवाई करते हुए भृत्य को शुक्रवार को रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच लिया। आठ हजार रुपए की रिश्वत, कर संग्रहक के कहने पर भृत्य लेेने आया था जिसे टीम ने पकड़ लिया। दोनों के बीच रिश्वत लेनदेने की आवाज लोकायुक्त ने पहले ही रिकार्ड कर ली थी। पकड़े जाने पर भृत्य अपने को बेकसूर बता रहा था।

गुढ़ा गुढ़ी का नाका निवासी राजेन्द्रसिंह पुत्र चंदनसिंह कुशवाह की पत्नी मुन्नीदेवी के नाम से प्रीतमपुर कॉलोनी में जमीन है। पत्नी की मौत के बाद राजेन्द्र ने जमीन की फौती नामांतरण कराने के लिए वार्ड क्रमांक 52 कर संग्रहक सौरभ तोमर और क्षेत्रीय कार्यालय 21 पर तैनात आकाश कुशवाह ने 15 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। कई बार कहने के बाद भी दोनों बिना लेनदेन के नामातंरण करने को राजी नहीं हुए। बाद में सौदा दस हजार रुपए में तय हो गया। भ्रष्ट कर्मचारियों की फरियादी ने लोकायुक्त में शिकायत कर दी। शुक्रवार को लोकायुक्त ने राजेन्द्र सिंह को रिश्वत देकर सौरभ तोमर के पास भेजा। राजेन्द्र ने सौरभ को रिश्वत देेने के लिए फोन लगाया तो उसने आकाश कुशवाह को पैसे देने की बात कही। फरियादी ने जब आकाश से रुपए देने के लिए सम्पर्क किया तो उसने महिला हॉकर्स जोन कम्पू पर राजेन्द्र को बुलाया। राजेन्द्र मौके पर पहुंच गया। नगर निगम के भृत्य आकाश ने जैसे ही राजेन्द्र से आठ हजार रुपए रिश्वत ली तैयारी खड़ी लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथ दबोच लिया। टीम को देखकर आकाश के होश उड़ गए और वह अपने को बेकसूर बताने लगा। हाथ धुलवाने पर आकाश के हाथ से गुलाबी रंग निकला। मौके पर टीम ने सौरभ तोमर को भी बुला लिया। पकड़े गए दोनों कर्मचारियों के खिलाफ धारा भष्ट्राचार निवारण संसोधन अधिनियम 2018 की धारा-7 के तहत पहले ही प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया था। बता दें लोकायुक्त विभाग फरियादी और रुपए मांगने वाले की आवाज रिकार्ड धरपकड़ की कार्रवाई से पहले ही दर्ज कर ली जाती है। राजेन्द्र ने 23 दिसम्बर को सौरभ व आकाश की शिकायत लोकायुक्त में कर दी थी तभी से टीम कार्रवाई में जुटी हुई थी।

(Udaipur Kiran)

(Udaipur Kiran) / शरद शर्मा

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