कानपुर, 01 अगस्त (Udaipur Kiran) । जीवित मानव कल्याण राष्ट्रीय हित महायज्ञ है और वैदिक अनुष्ठान पदानुक्रम के अति रुद्र यज्ञ भगवान शिव की पूजा का एक अत्यधिक शक्तिशाली रूप है।
यह बात गुरुवार को श्री रूद्र महायज्ञ के चौथे दिन भक्तों को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद महामंत्री व जूना अखाड़ा संरक्षक हरि गिरि महाराज ने कही।
उन्होंने कहा कि श्री रूद्र महायज्ञ एवं रुद्र भगवान की पूजा और रुद्राभिषेक की विशेषता है कि इससे जग एवं जनकल्याण होता है। इस मौके पर गुरुवार को बनारस से मंगवाई गई 21000 रुद्राक्ष की माला के साथ रुद्र महायज्ञ में किया गया। पूजन श्री आनंदेश्वर मंदिर बाबा घाट में श्री रुद्र महायज्ञ श्री आनंदेश्वर मंदिर व जूना अखाड़ा द्वारा रुद्र महायज्ञ शाला में हरि गिरि महाराज ने 21 सौ रुद्राक्ष माला के साथ अभिषेक किया गया।
श्री रुद्र महायज्ञ के चौथे दिन बनारस से मंगवाई गई 21 सौ रुद्राक्ष मालाओं से की भक्तों के साथ बाबा आनंदेश्वर में चल रहे रूद्र भगवान का 21 सौ मुद्राओं से अभिषेक किया गया।
रुद्राभिषेक में गुरुवार को इंडियन आइडल 14 विजेता वैभव गुप्ता रूद्र भगवान यज्ञशाला की परिक्रमा करते हुए आशीर्वाद लिया। पूजा और रुद्र अभिषेक की विशेषता के साथ भक्तगणों को आशीर्वाद दिया ही साथ में आनंदेश्वर बाबा मंदिर में गुरु मूर्ति वशिष्ठ गिरी महाराज, अरुण भारती महाराज, विवेकपुरी महाराज, अत्रीवन महाराज भी साथ में शामिल रहे।
अति रुद्र यज्ञ भगवान शिव की पूजा का एक अत्यधिक शक्तिशाली रूप है मंत्र उच्चारण क़े साथ यज्ञ कुंड मै आहुतियां प्रदान की आचार्य रत्नेश द्विवेदी आचार्य प्रमोद तिवारी आचार्य दीपक त्रिवेदी ताराचंद्र शुक्ला आचार्य अरविन्द तिवारी आदि भक्त मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / रामबहादुर पाल / राजेश