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आसनसोल, 07 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड, जो कि डियाजियो की सहायक कंपनी है, पश्चिम बंगाल के आसनसोल के कुमारपुर में स्थित है, और वर्तमान में बंद होने के कगार पर है। पिछले सात महीनों से फैक्ट्री में प्रोडक्शन बंद है, और कंपनी ने फैक्ट्री कैम्पस के मजदूर आवासों को खाली करवा दिया है, जिन्हें तोड़कर जमीन को समतल कर दिया गया है। फैक्ट्री से सभी मशीनें, शराब की बोतलें, ढक्कन, और लेबल भी हटा दिए गए हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि कंपनी बंद हो सकती है।
मजदूरों ने वेतन न मिलने की समस्या का सामना किया है, विशेष रूप से अस्थाई मजदूरों को पिछले सात महीने से वेतन नहीं मिला है, जबकि स्थायी मजदूरों को अभी भी वेतन दिया जा रहा है। इसके बावजूद, मजदूरों में अभी भी आशा बनी हुई है कि फैक्ट्री फिर से शुरू होगी।
राजनीतिक पार्टियों, जैसे कि सीटू (कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया की ट्रेड यूनियन) और भाजपा, ने इस मुद्दे को उठाया है। सीटू के नेता मुक्तेश्वर बाउरी ने दोनों केंद्र और राज्य सरकार को फैक्ट्री की बदहाली के लिए जिम्मेदार ठहराया है, जबकि भाजपा नेता कृष्णेन्दु मुखर्जी ने ममता बनर्जी की सरकार की नीतियों को फैक्ट्री बंद होने का कारण बताया है।
मजदूरों ने विरोध प्रदर्शन किया है और केंद्र सरकार के बजट का विरोध किया है, जिससे स्पष्ट है कि वे फैक्ट्री को बचाने के लिए एकजुट हैं। फैक्ट्री में 145 स्थायी और 110 अस्थाई मजदूर कार्यरत हैं, जिनका भविष्य अनिश्चित हो गया है।
इस स्थिति ने राज्य की राजनीतिक पार्टियों को एक साथ मिलकर फैक्ट्री को बचाने के प्रयास में ला खड़ा किया है, जो कि असामान्य है क्योंकि आमतौर पर राजनीतिक दल अपने हितों को ध्यान में रखते हुए काम करते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मुद्दे पर क्या कदम उठते हैं और क्या फैक्ट्री को फिर से चालू किया जा सकता है।
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय
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