Jharkhand

अमूल ब्रांड की तरह झारखंड में भी एक बड़ा ब्रांड स्थापित करने की जरूरत : सुदिव्य

कार्यशाला को संबोधित करते मंत्री सुदिव्य

रांची, 20 जून (Udaipur Kiran) । झारखंड गो सेवा आयोग की ओर से पारिस्थिति की संतुलन एवं आधुनिकता के परिप्रेक्ष्य में गो सेवा के क्षेत्र में उभरती चुनौतियां और सम्भावनाएं विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला सह संगोष्ठी का शुक्रवार को पशुपालन भवन हटिया में समापन हुआ।

नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने बतौर मुख्य अतिथि कहा कि सफेद क्रांति (मिल्क क्रांति) और अमूल ब्रांड वाले राज्य गुजरात से एक्सपर्ट झारखंड आये हैं।

यहां भी अमूल के बराबर का ब्रांड खड़ा किया जा सके। तो खुशी होगी। उन्होंने सरकार द्वारा सब्सिडी का लाभ कृषकों को दिये जाने। और इसमें बिचौलिए तंत्र के हावी होने पर चिंता जताई।

मंत्री ने कहा कि इस वर्कशॉप के जरिए खुशनुमा ढांचा तैयार होगा। यहां के बच्चों के कुपोषण को दूर करने में मदद मिलेगी।

उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ-साथ हम सब गाय को भी माता का दर्जा देते आये हैं। इन दोनों को ईश्वर का दर्जा देते हैं। इसलिए गौ सेवा जैसे महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा करके खुशी हो रही है।

उन्होंने गो पालन को रोजगार से जोड़ने की बात कही। कहा कि पहले गो पालन एक सामान्य विषय था पर अब इससे रोजगार को भी जोड़ना जरूरी है। मौके पर मंत्री ने अलग-अलग राज्यों से आये साइंटिस्ट्स को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित भी किया।

सुबोधकांत सहाय ने कहा कि जब वे केंद्र में मनमोहन सिंह सरकार में फूड प्रोसेसिंग मंत्री थे, उस समय भी इस विभाग के जरिए डेयरी, गौरक्षा पर कार्य हुए थे। इसे प्रोत्साहन दिया गया था।

कार्यशाला में केशव महतो कमलेश ने कहा कि जिस तरह से समुद्र मंथन से कामधेनु गाय निकली थी, उसी तरह इस कार्यशाला के जरिए महत्वपूर्ण इनपुट निकलेगा जो झारखंड के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

आयोग के अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने गो सेवा आयोग के स्तर से किये जा रहे प्रयासों का उल्लेख किया। उपाध्यक्ष राजू गिरी ने राज्य में गो सेवा के जरिए महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की पर जोर दिया।

कार्यशाला के दूसरे दिन पंचगव्य चिकित्सा और नस्ल संरक्षण पर दो अलग-अलग सत्र का आयोजन हुआ। जहां देश विदेश के कई प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, गो सेवा आयोग के अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद, उपाध्यक्ष राजू गिरी, आइसीएआर के प्रतिनिधि, पूर्व सांसद वल्लभभाई कथीरिया, आयोग के सचिव डॉ संजय प्रसाद, निबंधक डॉ मुकेश मिश्रा, पशु चिकित्सक डॉ प्रभात पांडेय, डॉ जय तिवारी, विभिन्न गोशालाओं के संचालक, किसान सहित अन्य गणमान्य मौजूद थे।

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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar

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