धर्मशाला, 27 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । प्रदेश भाजपा मीडिया सह-प्रभारी विश्वचक्षु ने कहा कि विधान सभा 2022 के चुनावों में हिमाचल की जनता को 10 गारंटियों का लालच देकर सत्ता में आई सुक्खू सरकार की गारंटी भी अब खत्म हो चुकी है। सत्ता के दो वर्ष का समय बीत जाने के बावजूद सुक्खू सरकार अभी तक अपने सभी वायदों को पूरा नहीं कर पाई है, जिसके कारण लोगों में सरकार के प्रति आक्रोश सिर के पार हो चुका है।
रविवार को जारी एक प्रेस बयान में विश्वचक्षु ने कहा कि प्रदेश में सुक्खू सरकार को बने दो साल हो चुके हैं। सरकार के वायदे कहां गोल हो गए, यह जनता को समझ नहीं आ रहा। प्रदेश की महिलाएं 1500 रुपये का इंतजार कर रही हैं। सुक्खू सरकार के उपर आठ हजार करोड़ की देनदारी 22 लाख महिलाओं के प्रति हो चुकी है।
विश्व चक्षु ने कहा कि सत्ता के लिए कांग्रेस के नेताओं ने 10 गारंटियों को लेकर जोर-जोर से प्रचार किया था। प्रदेश के युवाओं को 5 लाख नौकरी, महिलाओं को 1500 रुपये, स्टार्टअप फंड के 680 करोड़ जैसी गारंटियां को पहली कैबिनेट में पूरा करने का कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने वायदा किया था। लेकिन आज सुक्खू सरकार कभी आपदा का बहाना बना रही है तो कभी केंद्र की सरकार के खिलाफ झूठी ब्यानबाजी कर अपनी दी गई गारंटीयों से पल्ला झाड़ने का प्रयास कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि जनता जान गई है कि सच और झूठ क्या है। सुक्खू सरकार जनता को 300 यूनिट फ्री बिजली देने में नाकाम साबित हुई हैं। भैंस का दूध सौ रुपए लीटर और गाय का दूध अस्सी रुपए लीटर खरीदने से जुड़ी गारंटी भी डिब्बे में बंद हो चुकी है। दो रुपए प्रति किलो गोबर खरीद की गारंटी भी अधूरी है। बागवान सेब का मूल्य खुद तय करेंगे इस गारंटी का भी पूरा न होने से बागवान दुविधा में है।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया