नई दिल्ली, 19 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय के तत्वावधान में शनिवार को ओडिशा के पुरी में दो दिवसीय लाइटहाउस टूरिज्म कॉन्क्लेव का शुभारंभ हुआ। इस सम्मेलन में पर्यटन क्षेत्र के 100 विशेषज्ञों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लाइटहाउस पर्यटन की विशाल संभावनाओं का पता लगाना, इन ऐतिहासिक प्रकाशस्तंभों के संरक्षण के लिए रणनीतियों का पता लगाना और पर्यटन का विकास करना है।
कॉन्क्लेव के उद्धघाटन सत्र में पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग राज्यमंत्री शांतनु ठाकुर ने कहा कि भारत की समुद्री विरासत की विशाल क्षमता को उजागर करने वाले ऐतिहासिक प्रकाशस्तंभों को पुनर्जीवित करने के लिए एक परिवर्तनकारी यात्रा शुरू की गई है। लंबे समय तक नाविकों के मार्गदर्शक रहे लाइटहाउस को अब पर्यटन, संस्कृति और शिक्षा के केंद्रों के रूप में विकसित किया जा रहा है। देशभर में 75 प्रतिष्ठित प्रकाशस्तंभों के विकास के साथ मनोरंजन और सामुदायिक जुड़ाव के लिए जीवंत स्थान भी बना रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि 60 करोड़ रुपये के निवेश के साथ 9 तटीय राज्यों और 1 केंद्रशासित प्रदेश में 75 प्रतिष्ठित लाइटहाउस विकसित किए गए हैं। संग्रहालय, एम्फीथिएटर, बच्चों के पार्क और बहुत कुछ जैसी आधुनिक सुविधाओं के साथ प्रत्येक लाइटहाउस विरासत और मनोरंजन दोनों का प्रतीक बन गया है। ओडिशा में लाइटहाउस पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस पहल के हिस्से के रूप में पांच लाइटहाउस- गोपालपुर, पुरी, चंद्रभागा, पारादीप और फाल्स पॉइंट विकसित किए गए हैं।
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(Udaipur Kiran) / विजयालक्ष्मी