जम्मू 26 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को हुमहामा स्थित बीएसएफ कश्मीर के सहायक प्रशिक्षण केंद्र में सीमा सुरक्षाबल के कांस्टेबलों की पासिंग आउट परेड समारोह में भाग लिया। इस समारोह में रिक्रूट बैच संख्या 124 से 127 के 629 रिक्रूटों को सीमा सुरक्षा बल में शामिल किया गया।
अपने संबोधन में उपराज्यपाल ने नए रिक्रूटों को बीएसएफ का अभिन्न अंग बनने के लिए बधाई दी और उनसे राष्ट्र और लोगों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को पूरी लगन और संवेदनशीलता के साथ निभाने को कहा। बीएसएफ के वीरों को श्रद्धांजलि देते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि हमारे बहादुर बीएसएफ कर्मियों की वीरता और बलिदान तथा कर्तव्य के प्रति उनकी निष्ठा युवाओं को मातृभूमि की सेवा करने के लिए प्रेरित करती है। उपराज्यपाल ने कहा मुझे इस बात पर गर्व है कि बीएसएफ रक्षा की पहली पंक्ति के रूप में हमारी सीमा की रक्षा करने और विभिन्न अन्य सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। शांति, स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन, पुलिस और सुरक्षा बलों के संकल्प को दोहराते हुए उपराज्यपाल ने आतंकवाद और आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को खत्म करने के लिए संपूर्ण सरकारी दृष्टिकोण पर जोर दिया।
हम जम्मू.कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवादियों और उनके समर्थन ढांचों के खिलाफ प्रभावी, निरंतर, समन्वित और सतत कार्रवाई के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय के साथ आतंकवाद विरोधी ग्रिड को मजबूत किया गया है। घुसपैठ को रोकने के लिए एक बहुआयामी रणनीति बनाई गई है। उपराज्यपाल ने आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को खत्म करने और दुश्मनों के नापाक मंसूबों को नाकाम करने के लिए उठाए गए कड़े कदमों पर भी प्रकाश डाला। उपराज्यपाल ने युवाओं, खासकर कश्मीर घाटी के एनसीसी कैडेटों के साथ सुरक्षा बलों के कर्मियों के नियमित जुड़ाव और उन्हें सुरक्षा बलों में शामिल होने के लिए प्रेरित करने का भी आह्वान किया। 44 सप्ताह के प्रशिक्षण कार्यक्रम में रंगरूटों को विभिन्न हथियारों को चलाने, फायरिंग कौशल, सीमा प्रबंधन, शारीरिक दक्षता और सहनशक्ति, फील्ड क्राफ्ट और रणनीति, आतंकवाद, उग्रवाद, कानून एवं व्यवस्था तथा मानवाधिकारों में दक्षता प्रदान की गई।
(Udaipur Kiran) / मोनिका रानी