
जम्मू, 9 अप्रैल (Udaipur Kiran) । उपराज्यपाल मनोज सिन्हा आज राजभवन में नवकार महामंत्र दिवस के समारोह में शामिल हुए। उपराज्यपाल ने विभिन्न क्षेत्रों के नागरिकों, जैन अंतर्राष्ट्रीय व्यापार संगठन के सदस्यों, कई अन्य संगठनों और वरिष्ठ अधिकारियों को बधाई दी जो पवित्र नवकार महामंत्र के सामूहिक पाठ के लिए एक साथ आए हैं।
उपराज्यपाल ने कहा कि हजारों वर्षों से कई महत्वपूर्ण मंत्र साधकों और भक्तों का मार्गदर्शन कर रहे हैं। उनमें से नवकार महामंत्र की आभा और दिव्यता का सार अद्वितीय है। उपराज्यपाल ने कहा कि नवकार महामंत्र सबसे पूजनीय और सार्वभौमिक मंत्र आंतरिक परिवर्तन को प्रेरित करता है और आध्यात्मिक जागृति को बढ़ावा देता है। उपराज्यपाल ने कहा कि जहां प्रेम और सद्भाव है, वहां ईश्वर है। यह सच्ची शक्ति है। जब हृदय सद्भावना से भरा होता है तो व्यक्ति ईश्वर के सबसे निकट होता है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि समाज की सबसे अनमोल संपत्ति प्रेम, सद्भाव, शांति और करुणा हैं। इन गुणों से परिपूर्ण व्यक्ति मानवता का उत्थान कर सकता है।
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि जीवन का सही अर्थ आत्म-खोज में निहित है। जब हम स्वयं को जान लेते हैं तो एक बात स्पष्ट हो जाती है कि ईश्वर ने यह जीवन छोटी-छोटी चीजों के लिए नहीं दिया है बल्कि इसके पीछे एक बड़ा उद्देश्य है और वह है समाज की निस्वार्थ सेवा और सभी जीवों का कल्याण। एक वैश्विक पहल में 108 से अधिक देशों के लोगों ने शांति और सार्वभौमिक सद्भाव को बढ़ावा देने वाले नवकार महामंत्र दिवस समारोह में भाग लिया। यह अवसर सभी व्यक्तियों को आत्म-शुद्धि, सहिष्णुता और सामूहिक कल्याण के मूल्यों को प्रतिबिंबित करने के लिए भी प्रोत्साहित करता है।
(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह
