– रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल और परमाणु युद्ध में लिया है प्रशिक्षण
नई दिल्ली, 01 अगस्त (Udaipur Kiran) । लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर ने गुरुवार को चिकित्सा सेवा (सेना) के महानिदेशक का पदभार संभाल लिया है। वह इस प्रतिष्ठित पद पर नियुक्त होने वाली पहली महिला हैं। इससे पहले वह एयर मार्शल की पदोन्नति मिलने पर अस्पताल सेवा (सशस्त्र बल) महानिदेशक का पद संभालने वाली पहली महिला थीं। उन्होंने इजरायली रक्षा बलों के साथ रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल और परमाणु युद्ध में तथा स्विस सशस्त्र बलों के साथ सैन्य चिकित्सा नैतिकता में प्रशिक्षण हासिल किया है।
उन्होंने नई दिल्ली स्थित एम्स में चिकित्सा सूचना विज्ञान में दो साल का प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा किया है। उन्होंने इजराइली रक्षा बलों के साथ रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल एवं परमाणु युद्ध में और स्विट्जरलैंड के स्पीज में स्विस सशस्त्र बलों के साथ सैन्य चिकित्सा नैतिकता में प्रशिक्षित लिया था। वह वायु सेना की पश्चिमी वायु कमान और प्रशिक्षण कमान की पहली महिला प्रधान चिकित्सा अधिकारी भी हैं। उन्हें राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के चिकित्सा शिक्षा घटक के एक हिस्से का मसौदा तैयार करने के लिए प्रतिष्ठित डॉ. कस्तूरीरंगन समिति के विशेषज्ञ सदस्य के रूप में नामित किया गया था।
सराहनीय सेवा के लिए उन्हें राष्ट्रपति ने पश्चिमी वायु कमान की एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ और चीफ ऑफ एयर स्टाफ कमेंडेशन के साथ-साथ विशिष्ट सेवा पदक से भी सम्मानित किया है। पिछले सात दशकों में उनके परिवार की तीन पीढ़ियों ने सशस्त्र बलों में सेवा की है। जनरल ऑफिसर का विवाह लड़ाकू पायलट एयर मार्शल केपी नायर (सेवानिवृत्त) से हुआ है। उनके पिता और बहन भी सैन्य डॉक्टर रहे हैं। उनका बेटा भारतीय वायु सेना में बतौर लड़ाकू पायलट कार्यरत है।
(Udaipur Kiran) निगम