पटना, 9 जनवरी (Udaipur Kiran) । बिहार विधान परिषद की खाली हुई एक सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए एनडीए उम्मीदवार ललन प्रसाद ने गुरुवार को अपना नामांकन दाखिल किया है। बिहार विधान मंडल में ललन प्रसाद के नामांकन के दाैरान माैके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दोनों उपमुख्यमंत्री समेत गठबंधन के अन्य बड़े नेताओं माैजूद रहे।
नामांकन के बाद पत्रकाराें से बात करते हुए ललन प्रसाद ने कहा कि बिहार के विकास के लिए नीतीश कुमार ने उन्हें अब एमएलसी उम्मीदवार बनाकर बड़ी जिम्मेदारी दी है। मैं जिस अति पिछड़ा समाज से आता हूं, उस वर्ग के व्यक्ति को मुख्यमंत्री ने बड़ी जिम्मेदारी दी है। आज भी इन वर्गों के लोगों को संविधान के बारे में ज्यादा अवगत नहीं है। नीतीश कुमार जो काम कर रहे हैं, उसके बारे में भी ज्यादा जानकारी नहीं होता है। मैं नीतीश कुमार के कामों को गांव-गांव लेकर जाकर जदयू का परचम लहराऊंगा।
उन्हाेंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव वर्ष 2025 में नीतीश कुमार की जीत तय है। बिहार के जिस वर्ग को पचपनिया समाज कहा जाता है उस वर्ग को नीतीश कुमार ने बड़ा सम्मान देते हुए हमें एमएलसी उम्मीदवार बनाया है। उन्होंने कहा कि हमारे जैसे नौजवान साथी को उम्मीदवार बनाकर अति पिछड़ा को सम्मान दिया है. बिहार का पचपनिया समाज अब नीतीश की जय करेगा।
मुख्यमंत्री के करीबी है ललन प्रसाद
ललन प्रसाद को मुख्यमंत्री नीतीश के करीबी नेता के रूप में जाना जाता है। धानुक जाति से आने वाले 52 साल के ललन प्रसाद शेखपुरा जिले के 2001 से 2005 तक घाट कुसुंबा प्रखंड के जदयू अध्यक्ष रहे है। साल 2009 से 2013 तक शेखपुरा में जदयू के जिला उपाध्यक्ष भी रहे। शेखपुरा में जदयू को मजबूत करने के लिए वे जदयू के शुरुआती दौर से ही सक्रिय रहे हैं। खासकर नीतीश कुमार के नजदीकी के तौर पर इलाके में उनकी पहचान रही है।
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(Udaipur Kiran) / चंदा कुमारी