कोलकाता, 23 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल में आगामी उपचुनावों के लिए वाम और कांग्रेस के बीच गठबंधन की संभावना फॉरवर्ड ब्लॉक की आपत्ति के कारण टूट गई है। कांग्रेस ने सोमवार को राज्य की छह सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की, जिसके साथ ही यह स्पष्ट हो गया कि वाम और कांग्रेस इस चुनाव में अलग-अलग उम्मीदवारों के साथ मैदान में उतरेंगे। इससे पहले, वाम मोर्चा ने भी अपने उम्मीदवारों की घोषणा की थी, लेकिन फॉरवर्ड ब्लॉक की आपत्ति के कारण यह गठबंधन नहीं हो सका। बंगाल कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि हम चाहते थे कि वाम दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ें, लेकिन फॉरवर्ड ब्लॉक पूरी तरह से इसके खिलाफ था, जिसके कारण गठबंधन नहीं हो सका।
हालांकि वाम मोर्चा के एक नेता ने कहा कि कांग्रेस के नए अध्यक्ष तृणमूल के ज्यादा करीब है और हमारे साथ नहीं चलना चाहते।
राज्य में 13 नवंबर को सिताई, मादारीहाट, नैहाटी, तालडांगरा, हरोआ और मेदिनीपुर सीटों पर उपचुनाव होने हैं। वाम और कांग्रेस के बीच उम्मीद जताई जा रही थी कि वे साथ मिलकर इन चुनावों में तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे। हालांकि, फॉरवर्ड ब्लॉक और अन्य वामपंथी घटक दलों की आपत्तियों के चलते यह गठबंधन संभव नहीं हो सका।
कांग्रेस ने सिताई से हरिहर रायसिंह, मादारीहाट से बिकाश चाम्परामारी, नैहाटी से परेश्नाथ सरकार, तालडांगरा से तुषारकांति सन्निग्रही, हरोआ से हबीब रेजा चौधरी और मेदिनीपुर से श्यामल कुमार घोष को उम्मीदवार घोषित किया है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार वाम दल अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने की कोशिश में हैं, और उपचुनावों के जरिए 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले अपनी ताकत का परीक्षण करना चाहते हैं।
सूत्रों के अनुसार, वाम-कांग्रेस गठबंधन की बातचीत के बीच फॉरवर्ड ब्लॉक ने सख्त आपत्ति जताई, जिसके कारण गठबंधन की योजना ध्वस्त हो गई। वाम मोर्चा शुरू से ही इस गठबंधन के पक्ष में था, लेकिन फॉरवर्ड ब्लॉक ने इस मुद्दे पर अपना रुख सख्त रखा। इसके चलते कांग्रेस के साथ गठबंधन संभव नहीं हो पाया।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर