
सोनीपत, 22 मई (Udaipur Kiran) । हरियाणा खेल विश्वविद्यालय, राई में वीरांगना महारानी अहिल्याबाई
होलकर की 300वीं जयंती पर महिला सशक्तिकरण विषय पर संगोष्ठी एवं प्रतिभा सम्मान समारोह
का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में वक्ताओं ने महारानी के जीवन से प्रेरणा लेकर शिक्षा,
आत्मनिर्भरता, सामाजिक न्याय, महिला सशक्तिकरण और राष्ट्रसेवा को अपनाने का आह्वान
किया।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडौली ने महारानी को राजमाता
और लोकमाता की संज्ञा देते हुए कहा कि उन्होंने शासन, न्याय, शिक्षा, जल संरक्षण और
मंदिर निर्माण जैसे क्षेत्रों में अतुलनीय योगदान दिया। उन्होंने समाजसेवा को शासन
का मूल आधार बनाया और आज का भारत उनके आदर्शों से प्रेरणा ले सकता है।
कुलपति अशोक कुमार ने कहा कि भारत एकमात्र ऐसा राष्ट्र है
जहां नारी के बिना पूजा अधूरी मानी जाती है, लेकिन ऐतिहासिक गुलामी ने महिलाओं को पीछे
धकेल दिया। महारानी अहिल्याबाई इस अन्याय के विरुद्ध प्रतीक बनकर उभरीं। उन्होंने विधवा
होते हुए भी शासन की जिम्मेदारी निभाई और महिलाओं की शिक्षा, सुरक्षा व आत्मनिर्भरता
को प्राथमिकता दी। उन्होंने कहा कि नारी के हाथों में केवल कंगन नहीं, शास्त्र और शस्त्र
दोनों होने चाहिए।
राई विधायक कृष्णा गहलावत ने कहा कि अहिल्याबाई का जीवन आत्मबल
और कर्तव्यबोध का प्रतीक है। उनका जीवन कठिन परिस्थितियों में नेतृत्व और सेवा की मिसाल
है। खरखौदा विधायक पवन ने उन्हें न्यायप्रिय, दूरदर्शी और समर्पित प्रशासक बताया। जिला
अध्यक्ष विजेंद्र मालिक और कुलसचिव जसविंदर सिंह ने उनके शासन को गुड गवर्नेंस का आदर्श
बताया। समारोह में विभिन्न शिक्षण संस्थानों के मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किया
गया। मंच संचालन अनु ग्रेवाल ने किया। विश्वविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी और विद्यार्थी
बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
