Madhya Pradesh

सरकार के रिपाेर्ट कार्ड पर नेता प्रतिपक्ष ने साधा निशाना, कहा-याेजनाओं में कुछ नया नहीं

भाेपाल, 12 दिसंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सरकार के एक साल पूरा होने पर गुरुवार काे सरकार के कामाें पर रिपाेर्ट कार्ड जारी किया है। रिपाेर्ट कार्ड के जरिए उन्हाेंने जनता के सामने अपनी सरकार के किये कामकाज का लेखा जाेखा रखा है। वहीं दूसरी तरफ सरकार के रिपोर्ट कार्ड पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सियासी निशाना साधा है। उन्हाेेंने तंज कसते हुए कहा है कि जो योजनाएं चल रही थी उसमें नया कुछ नहीं है। जिन योजनाओं में घोटाले हुए उन पर सीएम मौन रहे। विपक्ष के मुद्दों पर सीएम ने कोई बात नहीं की है।

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने गुरुवार काे अपने निवास पर पत्रकाराें से बातचीत करते हुए कहा कि भाजपा ने चुनाव में लाडली बहना को लेकर 3 हजार के पोस्टर लगाए थे लेकिन अब तक नहीं दिए गए। कब 3 हजार करेंगे उसका जवाब सीएम को देना चाहिए। इसी तरह प्रदेश में हजारों करोड़ का घोटाला हुआ लेकिन अब तक कोई जांच नहीं हुई है। सरकार गौ माता की बात कर रही है लेकिन आज भी सड़कों पर गाये एक्सीडेंट में मर रही है, उसकी जवाबदेही सरकार ने आजतक तय नहीं की है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बीजेपी की सरकार एक साल में योजनाएं तक सही से नहीं चलाई है। एयर एम्बुलेंस का फायदा गरीबों को नहीं, केवल अमीरों और उद्योगपतियों को मिलता है। यह योजना केवल कागजों पर है। प्रदेश में अब तक बैकलॉक की भर्ती नहीं हुई, न 2 लाख रोजगार दिए गए। इसी तरह अपराध को रोकने के लिए नई भर्ती की आवश्यकता है लेकिन सरकार ने अब तक भर्ती नहीं की है। ब्लॉक स्तर पर डॉक्टर्स की कमी है लेकिन घोटालों की परीक्षा करवाई जा रही है। हाइकोर्ट की फटकार के बाद भी नर्सिंग घोटाले पर कार्यवाही नहीं हुई। किसान खाद के लिए परेशान है कृषि मंत्री को खाद के मामले की जानकारी ही नहीं है।

उमंग सिंगार ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री लंदन गए लेकिन वहां किसानों की बात नहीं की। 60 हजार करोड़ के कौन से एमओयू साइन हुए उसकी जानकारी देना चाहिए। सरकार ने स्कूटी देने की बात की आज भी हजारों बच्चे इंतेज़ार कर रहे है। एक तरफ सरकार लोकायुक्त को काम नहीं करने देना चाहती। सरकार भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना चाहती है। अधिकारियों के तबादले 3-4 बार हो रहे है। क्या बीजेपी को अधिकारियों पर विश्वास नहीं है जो बार बार ट्रांसफर किए जा रहे है। साइबर ठगी को लेकर भी अभी तक कोई ठोस कानून तैयार नहीं किया गया है। सिंगरौली देश में दूसरी नंबर पर प्रदूषित जिला है। बीजेपी विस्थापितों को समय से मुआवजा देना चाहिए। उनको उनके मूल भाव नहीं दिए जा रहे है। प्रदेश में पैसा कानून की बड़ी बात करती है लेकिन हर गांव में पुलिस पहुंच रही है। प्रदेश में लगातार कर्ज ले रहे है आर्थिक विकास को लेकर मंथन करना चाहिए।

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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे

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