
शिमला, 28 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शुक्रवार कोाे सुंदरनगर में कहा कि भारतीय जनता पार्टी सुक्खू सरकार द्वारा मंदिरों की जमा पूंजी पर नजर डालने और उससे पैसा वसूलने की कोशिशों का विरोध करेगी। ठाकुर ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार ने एक पत्र जारी कर मंदिरों से पैसा लेने की बात कही है और प्रशासन ने मंदिर समितियों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है, जो कि पूरी तरह से शर्मनाक और सनातन विरोधी है।
उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने सनातन विरोधी इरादे पहले ही जाहिर कर दिए थे और देशभर में यह कहा था कि हम 97% हिंदुत्व विचारधारा को हराकर आए हैं। उनके हर कदम में उनका वही हिंदुत्व और सनातन विरोधी रवैया साफ नजर आ रहा है। यह पहली बार है जब सरकार मंदिरों की जमा पूंजी पर नजर डाल रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि प्रदेश के मंदिर हमेशा आपदा और आपातकालीन परिस्थितियों में मदद करते रहे हैं, लेकिन अब मंदिरों से पैसा वसूलने का यह कदम इतिहास में पहली बार उठाया जा रहा है। सरकार ने दो साल पहले इस योजना की बात की थी, लेकिन इस दौरान मुख्यमंत्री ने अपनी फ्लैगशिप योजनाओं को प्रचारित करने में करोड़ों रुपये खर्च किए, बावजूद इसके इन योजनाओं के लाभार्थियों के लिए कुछ भी नहीं किया गया।
ठाकुर ने उदाहरण देते हुए कहा कि सरकार ने सुखाश्रय योजना के तहत छात्रों की फीस भी समय पर नहीं भरी और मुख्यमंत्री के नाम से चल रही योजनाओं के बारे में भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। सिर्फ पोस्टर और विज्ञापन के जरिए प्रदेश भर में इन योजनाओं का प्रचार किया गया, लेकिन लाभार्थियों के लिए कोई वित्तीय सहायता नहीं दी गई।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार एक तरफ सनातन विरोधी बयान देती है जबकि दूसरी तरफ मंदिरों से पैसे लेकर अपनी योजनाओं को चलाने की कोशिश कर रही है। बीजेपी इस फैसले का सड़क से सदन तक विरोध करेगी। मंदिरों और ट्रस्ट के लोग तथा आम लोग भी इस फैसले का विरोध करें। मुख्यमंत्री को अब समझना होगा कि उनके झूठ और धोखाधड़ी की दुकान प्रदेश में नहीं चलेगी।
—————
(Udaipur Kiran) शुक्ला
