
जयपुर, 12 मार्च (Udaipur Kiran) । राजस्थान विधानसभा में बुधवार को विनियोग विधेयक पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आईफा अवॉर्ड्स के आयोजन में 100 करोड़ से अधिक खर्च करने को लेकर सवाल उठाए, जबकि धार्मिक स्थलों के विकास के लिए धनराशि जारी न करने पर नाराजगी जताई।
जूली ने कहा कि सरकार ने आईफा आयोजन के लिए फाइल को ‘बुलेट ट्रेन’ की तरह मंजूरी दी, लेकिन खाटूश्याम जी और गोविंददेव जी मंदिरों के लिए 100 करोड़ रुपये नहीं दिए। उन्होंने सवाल उठाया कि आईफा में राजस्थान का प्रमोशन किया गया या सिर्फ आयोजन का? उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सात लाख रुपये के गोल्डन पास जनता के पैसे से बांटे गए, जिनमें मंत्रियों तक को शामिल नहीं किया गया। आईफा में शामिल होने वाले बॉलीवुड सितारों पर टिप्पणी करते हुए जूली ने कहा कि इस आयोजन में कोई भी प्रथम श्रेणी का अभिनेता नहीं आया। उन्होंने कहा कि सिर्फ शाहरुख खान को छोड़कर, बाकी सभी सेकेंड ग्रेड के थे। जब सदन में किसी ने माधुरी दीक्षित का नाम लिया, तो उन्होंने कहा कि अब वह भी सेकेंड ग्रेड में ही आती हैं, उनका समय जा चुका है।
जूली ने सदन में सत्ता पक्ष पर विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने सांगानेर की एक पीड़िता का मुद्दा उठाया, तो उनका माइक बंद कर दिया गया। उन्होंने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया और कहा कि वह किसी भी कीमत पर अपनी आवाज को दबने नहीं देंगे। राज्य में बढ़ते नशे के मामलों पर चिंता जताते हुए जूली ने कहा कि यदि इस पर जल्द काबू नहीं पाया गया तो राजस्थान उड़ता पंजाब की तरह बन जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री खुद कह चुके हैं कि राजस्थान से शराब की तस्करी हो रही है, लेकिन सरकार इस पर काबू नहीं पा रही है।
जूली ने राज्य सरकार पर महिला विरोधी नीतियां अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि महिला वित्त मंत्री होने के बावजूद सरकार ने स्मार्टफोन योजना को बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ने से जीडीपी में वृद्धि होती है, लेकिन सरकार इसे नजरअंदाज कर रही है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को नसीहत देते हुए जूली ने रामचरितमानस की चौपाई का हवाला दिया और कहा कि मीठी-मीठी बातें करने वालों से सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री निवास के दरवाजे आम जनता के लिए बंद कर दिए गए हैं, जबकि खास लोगों के लिए खुले हैं।
जूली ने गायक सोनू निगम को आईफा में नहीं बुलाने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर्स समिट में सोनू निगम को बुलाया गया था, लेकिन आईफा में नहीं बुलाया गया। उन्होंने दावा किया कि इसका कारण सोनू निगम के पिछले बयानों को लेकर सरकार की नाराजगी थी।
जूली ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के कार्यकाल में हर राजस्थानी पर एक लाख रुपये का कर्ज हो चुका है। उन्होंने दिवाली पर सामाजिक सुरक्षा पेंशन नहीं मिलने और होली पर भी इसका इंतजार होने पर सरकार को घेरा। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार ने यूट्यूब चैनल लॉन्च किया है, लेकिन यह सरकार का चैनल रहेगा या बीजेपी का, यह स्पष्ट नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि विधानसभा का यूट्यूब चैनल पहले से चल रहा है, फिर नए चैनल की जरूरत क्यों पड़ी?
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(Udaipur Kiran)
