लखनऊ, 31 अगस्त (Udaipur Kiran) । लखनऊ के आईटी चौराहा से डालीगंज पुल मार्ग पर बीते दस वर्षों से जाम व अतिक्रमण को हटाने की कोशिश जारी है। जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ नगर निगम और एलडीए की तमाम बैठकों के बाद भी कोई ठोस कदम उठाया नहीं जा सका है। फिलहाल एलडीए की नजर अब इस मार्ग पर है और जल्द ही अतिक्रमण एवं बिजली के तारों के खंभों को हटाने का दावा किया जा रहा है।
आईटी चौराहा से डालीगंज की तरफ बढ़ने पर कतार में एक दर्जन ठेले खुमचे लगे हुए देखे जा सकते हैं। चौराहे से चार कदम की दूरी पर ही निषाद डोसा वाला अपना ठेला लगाता है और शाम के वक्त सड़क पर ही टेबल कुर्सी लगाकर जाम अतिक्रमण जैसी स्थिति पैदा करता है। इससे कुछ ही दूरी पर मोमो, बर्गर, चाइनीस फास्ट फूड के कई ठेले लगते हैं। नगर निगम के कर्मचारियों को ठेले वाले मनचाहा धन भी मुहैया कराते हैं।
एलडीए का मानना है कि आईटी चौराहे के बगल में कमर्शियल बिल्डिंग के बाहर खड़ी मोटरसाइकिल और बड़े वाहन जाम की स्थिति पैदा करते हैं। कमर्शियल बिल्डिंग के बाहर खड़े वाहनों को हटाने की तैयारी कराई जा रही है। इसके साथ ही चौराहे पर रुकने वाले ऑटो ई रिक्शा को भी कुछ दूर आगे बढ़कर रोकने के लिए स्टैंड बनाने की तैयारी है। इसके लिए एलडीए ने सर्वे कराया है और बहुत जल्द इस दिशा में कार्य करेंगे।
वर्ष 2014-15 में भी आईटी चौराहा से डालीगंज पुल को चौड़ा करने की तैयारी की गई थी, जिसे पूरा नहीं किया जा सका। वर्ष 2018 में सड़क के बीच से सीमेंटेड बैरिकेड व्यवस्था को जमीन पर उतारा गया। बैरिकेड लगाने के कारण दो दिशा के वाहनों का संचालन सुचारु रूप से होने लगा। वर्ष 2022 में इस मार्ग पर बिजली के खंभों को हटाने की योजना पर काम शुरू हुआ, फिर भी दो वर्ष बीत जाने के बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
बता दें कि आईटी डालीगंज पुल मार्ग पर मत्स्य विभाग का निदेशालय और पशुपालन विभाग का भी निदेशालय है। बाबूगंज पुलिस चौकी, चरही का लकड़ी मार्केट स्थित हैं।
(Udaipur Kiran) / शरद चंद्र बाजपेयी