Jammu & Kashmir

आतंकवादियों द्वारा मारे गए वीडीजी सदस्यों का हुआ अंतिम संस्कार, लोगों ने सुरक्षा और पर्याप्त राहत की मांग की 

किश्तवाड़, 9 नवंबर (Udaipur Kiran) । आतंकवादियों द्वारा मारे गए ग्राम सुरक्षा समीति (वीडीजी) के दो सदस्यों का अंतिम संस्कार शनिवार को जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में उनके गांव के पास किया गया। इस दौरान स्थानीय लोगों ने सुरक्षा और पर्याप्त राहत की मांग की जिसमें दोनों परिवारों में से प्रत्येक के लिए सरकारी नौकरी भी शामिल है।

नजीर अहमद (42) और कुलदीप कुमार (40) के शव शुक्रवार को 12 घंटे के लंबे तलाशी अभियान के बाद कुंतवाड़ा जंगल के अंदर एक नाले के पास मिले। अधिकारियों ने कहा कि इस घटना में शामिल आतंकवादियों की तलाश जारी है। शनिवार को घेराबंदी बढ़ाने के लिए आसपास के इलाकों से अतिरिक्तबलों को बुलाया गया है। दोनों ग्राम सुरक्षा समीति (वीडीजी) के सदस्यों के शव शुक्रवार देर रात ओहली गांव में उनके घरों तक पहुंचे।

अधिकारियों ने कहा कि सुबह गांव में शवों का पोस्टमार्टम किया गया जिसमें पुष्टि हुई कि उन्हें पीछे से सिर में गोली मारी गई थी। उन्होंने कहा कि पीड़ितों की आंखों पर पट्टी बंधी हुई थी और उनके हाथ उनकी पीठ से बंधे हुए थे। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने निहत्थे वीडीजी को मारने के लिए पिस्तौल का इस्तेमाल किया जो गुरुवार को अपने मवेशियों को चराने के लिए जंगल में गए थे। कुलदीप कुमार ने एक सप्ताह पहले अपने पिता अमर चंद को खो दिया था और त्रासदी के बाद वह पहली बार वन क्षेत्र में गया था। इससे पहले पिता की मौत के बाद उसके दोस्त नजीर अहमद ने शोक की अवधि के दौरान उसके मवेशियों की देखभाल की थी।

नजीर अहमद को स्थानीय कब्रिस्तान में सबसे पहले दफनाया गया जबकि कुमार का अंतिम संस्कार गांव के बाहरी इलाके में हुआ जिसमें शामिल लोगों ने पाकिस्तान विरोधी और आतंकवाद विरोधी नारे लगाए। पूर्व सरपंच मोहम्मद फारूक ने कहा कि यह हमारे गांव में अपनी तरह की दूसरी घटना थी क्योंकि दशकों पहले आतंकवादियों ने ऐेसे ही एक निवासी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद 15 साल से अधिक समय पहले इस क्षेत्र को आतंकवाद से मुक्त कर दिया गया था और हालिया घटना ग्रामीणों के लिए चिंता का विषय है।

नजीर के परिवार में उनकी पत्नी, तीन बेटे और एक बेटी के अलावा एक विकलांग भाई है जबकि कुमार अपने पीछे पत्नी, दो बेटे और एक बेटी छोड़ गए हैं। फारूक ने कहा कि दोनों मृतक गरीब परिवारों से हैं और वह परिवार में अकेले कमाने वाले थे। हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि वह प्रत्येक परिवार को सरकारी नौकरी सहित पर्याप्त अनुग्रह राशि प्रदान करे। पूर्व सरपंच ने आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए गांव में वीडीजी को मजबूत करने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि आतंकवादी हमारे समुदायों के बीच दरार पैदा करना चाहते हैं लेकिन हम उन्हें बताना चाहते हैं कि हम सदियों से एक साथ रहते आए हैं और उनके नापाक इरादों को विफल कर देंगे।

इसी बीच पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) की शाखा कश्मीर टाइगर्स ने दावा किया है कि उसने वीडीजी को मार डाला है। समूह ने शवों की तस्वीरें भी साझा की हैं। राजौरी, पुंछ, रियासी, उधमपुर, डोडा और कठुआ जिलों सहित जम्मू क्षेत्र के कई अन्य जिलों के साथ किश्तवाड़ में इस साल आतंकवादी हमलों में वृद्धि दर्ज की गई है।

अधिकारियों ने कहा कि पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात और जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल नवीन सचदेवा ने क्षेत्र का दौरा किया और बाद में जिले में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए एक संयुक्त बैठक की। इस बीच जम्मू-कश्मीर भाजपा के पूर्व अध्यक्ष रविंदर रैना और पार्टी की किश्तवाड़ विधायक शगुन परिहार ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करने के लिए गांव का दौरा किया।

(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह

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