Uttrakhand

पट्टे की भूमि से करोड़ों के वारे न्यारे की जुगत में भू माफिया

पत्रकारों से वार्ता करते हुए

पुलिस, प्रशासन पर भूमफियाओं को संरक्षण देने का आरोप

हरिद्वार, 21 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । ग्राम पंचायत जगजीतपुर द्वारा आवंटित कृषि भूमि पर अवैध कब्जे को लेकर पीड़िता ने मिश्रा गार्डन कनखल निवासी उपदेश चौधरी व अन्य पर गंभीर आरोप लगाए। पीड़िता ने मीडिया के समक्ष पुलिस द्वारा प्रताड़ित करने के भी आरोप लगाए।

प्रेस क्लब हरिद्वार में पत्रकारों से वार्ता करते हुए प्रमिला पुत्री महेंद्र निवासी जगजीतपुर ने बताया कि वर्ष 1997 में ग्राम पंचायत जगजीतपुर द्वारा उनके पिता महेंद्र पुत्र रामशाह, चाचा समेरचन्द आदि कई लोगों को पट्टे आवंटित किए गए थे, लेकिन वर्ष 2002 पट्टे की अवधि समाप्त होने के कारण तत्कालीन उपजिलाधिकारी हरिद्वार द्वारा उक्त आवंटन निरस्त कर दिया गया था, जिसको लेकर सभी आवंटियाें ने आयुक्त गढ़वाल मंडल के यहां निगरानी दायर की, जिसमें अपर आयुक्त मंडल द्वारा उपजिलाधिकारी हरिद्वार के आदेश दिनांक 16.11.2002 को अपने आदेश दिंनाक 12.12.2012 के द्वारा निरस्त कर दिया, और वर्तमान में आवंटियो के विरुद्ध उपजिलाधिकारी हरिद्वार के यहाँ वाद संख्या 52 सन 2002 अं० नियम 176 क (2) जवि अधिनियम ग्राम सभा बनाम विद्या आदि विचारधीन है, चली आती है।

बताया कि उनके पिता आवंटी महेन्द्र व चाचा समेर के देहांत के बाद पीड़िता के अन्य चाचा कंवरपाल पुत्र रामशाह ने उनके चाचा समेर की भूमि खसरा नम्बर 293 रकबई 0.143 स्थित मौजा जगजीतपुर भूमाफिया उपदेश चौधरी पुत्र स्व. राज सिंह अपने अन्य साथियों अप्पू वालिया पुत्र नामालूम, विनोद सैनी पुत्र बाबूराम सैनी, जयदीप वालिया पुत्र नामालूम व विनोद सैनी पुत्र बाबूराम सैनी, जयदीप वालिया पुत्र मोहन वालिया के साथ मिलकर लाखों रुपये लेकर मौके पर कब्जा कराने की कोशिश कर रहा था।

पीड़िता ने बताया कि जब उसने व उसके भाइयों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो कवंरपाल पुत्र रामशाह, अर्जुन व भीम पुत्रगण कवंरपाल निवासी जगजीतपुर थाना कंनखल जिला हरिद्वार तथा उपदेश चौधरी ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। जिसको लेकर पीड़िता ने एसएसपी कार्यालय, राज्य महिला आयोग व अनुसूचित जाति आयोग में भी प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई। आरोप है कि उपदेश चौधरी ने मुझ पर दबाव बनाने के लिए मुझे नोटिस भी भिजवाया।

पत्रकारों से वार्ता में पीड़िता ने बताया कि मामले में मुझ पर दबाव बनाने के लिए आरोपियों ने पुलिस से मिलकर मुझे, मेरी बहन को चौकी जगजीतपुर में बुलाया जहां उनके साथ अमान्य व्यवहार किया गया और रात करीब 11 बजे छोड़ा, जो किसी महिला के साथ घोर अन्याय व नीति विरुद्ध भी है।

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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

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