Bihar

पुश्तैनी जमीन पर भू-माफियाओं की नजर,आगजनी में दस्तावेज के जलने के बाद 2016 में भू-माफियाओं ने कराई फर्जी रजिस्ट्री

अररिया फोटो:पीड़ित परिवार के सदस्य

अररिया,04 मार्च (Udaipur Kiran) ।

अररिया में भू-माफिया सक्रिय हैं। फर्जी दस्तावेज के आधार पर जमीन की रजिस्ट्री का गोरखधंधा परवान पर है। ऐस ही एक मामला अररिया नगर परिषद क्षेत्र के इटहरा वार्ड नंबर-7 की है। जहां साल 1947 से रह रहे 10 परिवारों के सामने अपनी पुश्तैनी जमीन बचाने की चुनौती खड़ी हो गई है। राजेन्द्र मंडल, बेचन मंडल, सीता देवी और दुखनी देवी समेत इन परिवारों की 71 डिसमिल जमीन पर भू-माफिया की नजर है।

परिवारों का कहना है कि वे अपनी शिकमील जमीन पर कानूनी हक रखते हैं। लेकिन कुछ भू-माफिया इस जमीन पर अवैध कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। पीड़ित परिवार अपनी जमीन बचाने के लिए विभिन्न सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं।दरअसल साल 2015 में एक हादसे में इन परिवारों के घरों में आग लग गई थी।जिसमें जमीन के सारे दस्तावेज जल गए। इसी दौरान रेलवे के अधिग्रहण में जमीन का एक खंड चला गया।जब परिवारों ने मुआवजे के लिए आवेदन किया, तो पता चला कि साल 2016 में उनकी जमीन की फर्जी रजिस्ट्री किसी और के नाम कर दी गई है।जिसके बाद परिजनों ने अपनी पुश्तैनी जमीन को बचाने के लिए विभिन्न सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने शुरू किया।

पीड़ित परिवारों का आरोप है कि प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। परिजनों ने चेतावनी दी कि यदि समाधान नहीं निकला तो आमरण अनशन से लेकर आत्मदाह तक कर सकते हैं। मामले को लेकर अंचलाधिकारी अजय कुमार से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर विभाग को भेजने की दिशा में कार्रवाई की जा रही है।

(Udaipur Kiran) / राहुल कुमार ठाकुर

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