Madhya Pradesh

जबलपुर : गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल ऐतिहासिक कावड़ यात्रा में निकले लाखों काँवड़िया

ऐतिहासिक कावड़ यात्रा में निकले लाखों काँवड़िया
कावड़ यात्रा में निकले लाखों काँवड़िया

जबलपुर, 29 जुलाई (Udaipur Kiran) । श्रावण मास के दूसरे सोमवार पर आज एक विशाल कावड़ यात्रा गौरीघाट से मतामर कैलाश धाम के लिए निकली । इस काँवड़ यात्रा में लाखों काँवड़िया शामिल हुए। नर्मदा तट गौरीघाट से जल भरकर लगभग 35 किलोमीटर दूर कैलाश धाम में महादेव को काँवड़ियों ने जल चढ़ाया। काँवड़ यात्रा का शुभारंभ बम-बम भोले हर-हर महादेव के जयकारों के साथ हुआ।

कावड़ यात्रा में एक साथ लाखों श्रद्धालुओं के शामिल होने को देखते हुए इसे गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया है। प्रकृति उपासक संत भैया जी सरकार के संरक्षण में निकाली गई इस यात्रा की खासियत यह रही कि यह पर्यावरण और प्रकृति बढ़ाने का संदेश देते हुए निकली। इस कावड़ यात्रा में शहर में जगह जगह स्वागत मंच लगाए गए जिनसे पुष्प वर्षा की गई । कावड़ यात्रा का संयोजन शिव यादव एवं निलेश रावल द्वारा किया गया। यह कावड़ यात्रा गौरीघाट से शुरू होकर शहर के हृदय स्थल से होते हुए संस्कारधानी के दूसरे छोर मतामर ग्राम कैलाश धाम पर जाकर संपन्न हुई। इतनी लंबी यात्रा में लाखों कांवड़ियों का उत्साह देखते ही बनता था। इस बार इस कावड़ यात्रा में प्रदेश सरकार के मंत्री कैलाश विजयबर्गीय भी शामिल हुए इनके साथ विधायक लखन घनघोरिया,अभिलाष पांडे महापौर जगत बहादुर सिंह अनु शरद अग्रवाल सहित कई दिग्गज शामिल हुए।

मंत्री कैलाश विजयवर्गी ने इस ऐतिहासिक कावड़ यात्रा की विशालता को देखते हुए कहा कि यह बहुत अद्भुत नजारा है संस्कारधानी के लोगों की आस्था देखकर मन बहुत आनंदित हुआ है और यही हमारे देश की विशेषता है संस्कृति संस्कार धर्म अध्यात्म यही देश की पहचान है। मुझे प्रसन्नता है कि डेढ़ दशक से संस्कार काँवड़ यात्रा निकाल रही है । इस काँवड़ यात्रा में जहां एक और भगवान शिव को काँवड़ में चढाने के लिए जल लिया हुआ था वहीं दूसरी तरफ वृक्षारोपण के लिए एक पौधा भी रखा हुआ था। इस विशाल कावड़ यात्रा में लाखों कांवड़ियों को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने कड़ी व्यवस्थाएं कर रखी थी। वहीं सुरक्षा के लिए पूरे सिस्टम को अलर्ट किया गया था । इस कावड़ यात्रा पर कलेक्टर दीपक सक्सेना और एसपी आदित्य प्रताप सिंह कि पूरी नजर रही। ग्वारीघाट से कैलाश धाम तक उन्होंने एक दिन पूर्व ही पूरा रूट चेक कर जायजा ले लिया था। यातायात अवरोध न हो इसके लिए जगह-जगह पॉइंट लगाए गए थे। बैरिकेड लगाकर कई जगह तैयारी की गई थी। कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था।

(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक / राजू विश्वकर्मा

Most Popular

To Top