जबलपुर, 14 जनवरी (Udaipur Kiran) । मकर संक्रांति पर्व आज आस्था के साथ मनाया गया इस अवसर पर लाखों श्रद्धालुओं ने नर्मदा में डुबकी लगाई और दान पुण्य किया सूर्य के उत्तरायण होने का पर्व है मकर संक्रांति इसमें तिल लगाकर स्नान करने का विशेष महत्व होता है। मकर संक्रांति के दिन स्नान, दान के साथ ही भगवान सूर्य की पूजा का विशेष महत्व है।
पदम पुराण के अनुसार, मकर संक्रांति में दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान सूर्य को लाल वस्त्र,गेहूं,गुड़,मसूर दाल,तांबा, स्वर्ण,सुपारी,लाल फूल,नारियल,दक्षिणा आदि देने का शास्त्रों में विधान है। नर्मदा के ग्वारीघाट,उमाघाट और जिलहरीघाट में तो पैर रखने तक की जगह नहीं रही नर्मदा के तट गौरीघाट में सुबह करीब चार बजे से ही दूर-दराज के अंचलों से श्रद्धालुओं का जुटना शुरू हो गया था। सुबह से लाखों श्रद्धालुओं ने नर्मदा में स्नान किया और तटों पर पूजन अर्चन किया।
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(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक