काठमांडू, 27 अगस्त (Udaipur Kiran) । श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर हर वर्ष की तरह इस बार भी विराटनगर में राधाकृष्ण का भव्य रथ यात्रा निकाली जा रही है। नेपाल की सबसे बड़ी कही जाने वाली राधाकृष्ण रथयात्रा में नेपाल और भारत के लाखों श्रद्धालु सहभागी होते हैं।
रथ यात्रा में भाग लेने के लिए भारत के बिहार, उत्तर प्रदेश से लेकर राजस्थन और गुजरात तक से विभिन्न हिस्सों से भक्त विराटनगर में एकत्रित हो रहे हैं। कोशी प्रदेश सरकार ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अगले दिन होने वाली रथ यात्रा के लिए पूरे प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश दिया है।
विराटनगर में विक्रम संवत 1988 से खाट यात्रा के रूप में शुरू हुई यह रथयात्रा विक्रम संवत् 2025 से राधाकृष्ण रथयात्रा के रूप में प्रारम्भ की गई थी। यह खाट का 93वां संस्करण है और राधाकृष्ण रथ यात्रा का 56वां संस्करण है। राधा-कृष्ण के जोड़े के साथ रथ विराटनगर स्थित राधाकृष्ण मंदिर से प्रस्थान करेगा। रथयात्रा बाजार क्षेत्र में 9 किलोमीटर की यात्रा तय करेगी।
राधाकृष्ण मंदिर परिसर से निकाली जाने वाली रथ यात्रा तीनपैनी, मेन रोड, ट्रैफिक चौक, रोड शेष चौक, महेंद्र चौक, धरान रोड, बरगाछी होते हुए मंदिर परिसर में पहुंच कर समाप्त होगी। पुलिस ने राधाकृष्ण रथ यात्रा को लक्षित करते हुए उच्च सुरक्षा अलर्ट जारी किया है। राधाकृष्ण रथ यात्रा को देखने के लिए पूरे नेपाल सहित पड़ोसी भारत के विभिन्न हिस्सों से आज पांच लाख से अधिक भक्तों के सहभागी होने की उम्मीद जताई गई है।
रथ यात्रा को भव्य, सुरक्षित और गरिमापूर्ण बनाने के लिए बड़ी संख्या में नेपाल पुलिस और सशस्त्र पुलिस को तैनात किया गया है। मोरंग पुलिस के प्रवक्ता डीएसपी ज्ञानेंद्र बहादुर बस्नेत ने कहा कि सादे कपड़ों में और हथियारों के साथ सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। रथयात्रा को लेकर पुलिस ने करीब एक महीने पहले ही सुरक्षा तैयारियां शुरू कर दी थी। यात्रा के दौरान होने वाली चोरी, पॉकेटमारी और डकैती पर फोकस कर पुलिस की सक्रियता बढ़ा दी गई है। डीएसपी बसनेत के मुताबिक पिछले दिनों अवांछित गतिविधियां करने वाले कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया है। विराटनगर की रथयात्रा मनाने के बाद अब कोशी क्षेत्र के विभिन्न शहरों में भी राधा-कृष्ण रथयात्रा निकाली जा रही है। बिराटनगर के अलावा इटहरी दुहबी बिराट चौक जैसे शहरों में भी आज रथ यात्रा शुरू की गई है।
(Udaipur Kiran) / पंकज दास / मुकुंद