-नीम,हल्दी,गोबर व गोमूत्र के इस्तेमाल से तैयार किये गये है पौधे
पूर्वी चंपारण,27 नवंबर (Udaipur Kiran) । जिले के परसौनी स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों ने स्वस्थ एवं गुणवत्तायुक्त फल व सब्जियों के पौधे उगाने के लिए प्राकृतिक पौधशाला तैयार किया है।जिसमे स्वस्थ व तेजी से विकसित होने वाले पौधे तैयार कर किसानो को वितरित किया जा रहा है।
प्राकृतिक पौधशाला की तैयारी में लगे केन्द्र के मृदा विशेषज्ञ डा.आशीष राय ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि पारिस्थितिकी के लिहाज से प्रकृति के अनुकुल इन पौधे से किसानो को सब्जी की खेती करने में कम लागत आएगी। चुंकी इन पौधो को तैयार करने प्राकृतिक घटकों जैसे घनामृत, जीवामृत और बीजामृत, नीमास्त्र को शामिल किया गया है। ये सभी घटक नीम के पत्ते,खल्ली,गोबर,गो मूत्र व हल्दी आदि समाग्रियों से तैयार किए गए हैं। जिससे यह पौधे शुरुआत से ही काफी स्वस्थ है।
डा.राय ने बताया कि केन्द्र के वैज्ञानिकों ने इस प्राकृतिक पौधशाला में बैगन,गोभी, मिर्च, टमाटर, गेंदा, गुलदाऊदी, ब्रोकली पपीता व सहजन के पौधे तैयार किये है। जो अब किसानों को सस्ते दर पर उपलब्ध कराया जा रहा हैं,साथ ही इन पौधो को लगाने में प्राकृतिक अवयव के प्रयोग की विधि भी बतायी जा रही है।उन्होने बताया कि प्राकृतिक पौधशाला में जब बीज डाला गया तो इसमे अधिकतम बीजों का अंकुरण हुआ है और पौधे भी स्वस्थ और मजबूत हैं। नीमास्त्र के उपयोग से कीट का प्रकोप भी नहीं दिखा है। -किसान कैसे तैयार करें प्राकृतिक खेती की नर्सरी
पौधों की नर्सरी तैयार करने के लिए सबसे पहले बेड तैयार कर इसमे क्यारियां बना ले।जिसमें घनामृत और वर्मी कंपोस्ट डाले।नर्सरी तैयार करने के पहले वर्मीकंपोस्ट खाद, गोबर की खाद, घनामृत, सभी चीजों को मिलाकर पौधशाला में डालने के बाद बीज को बीजामृत से उपचारित कर कतार में डाले।
(Udaipur Kiran) / आनंद कुमार