कुशीनगर, 29 जुलाई (Udaipur Kiran) । कुशीनगर जिले के कसया थाना क्षेत्र के गांव कछुहिया जनुबी में सोमवार की सुबह पांच दिन से अपहृत 18 माह के बालक का सड़ा हुआ शव मिला।
गांव की महिलाएं नहर किनारे गईं तो पानी में उतराता बालक का सड़ा शव देखा। कुछ ही देर में लोगों की भारी भीड़ जुट गई। परिजन पहुंचे और उन्होंने बच्चे की पहचान की। अपहरण का मुकदमा दर्ज कर पुलिस की कई टीमें तलाश में जुटी थीं। गांव के नीरज रोजगार के सिलसिले में बाहर गए हुए हैं। उनकी पत्नी मनीषा अपने तीन बच्चों को लेकर ससुर रामअधार व सास ऊषा देवी के साथ गांव पर रहती हैं। 26 जुलाई की शाम को तीन बजे नीरज का 18 माह का पुत्र दिव्यांशु अपने बड़े भाई चार वर्षीय राज व तीन वर्षीय बहन सृष्टि के साथ दरवाजे पर खेल रहा था। कुछ देर बाद मां घर से बाहर निकलीं तो दिव्यांशु वहां नहीं था। काफी तलाश के बाद जब वह नहीं मिला तो दादा रामअधार ने रात में पुलिस को बालक के गायब होने की लिखित सूचना दी। मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने भी बीते पांच दिन विभिन्न माध्यमों से तलाश किया लेकिन बालक का पता नहीं चला। सुबह महिलाएं नहर की ओर गईं तो दुर्गंध आ रहा था। बढ़ कर पानी में देखा तो बच्चे का शव उतरा रहा था।
प्रभारी निरीक्षक गिरिजेश उपाध्याय ने बताया कि शव मिल गया है। शव अंत्यपरीक्षण के लिए भेजा गया है। पुलिस मामले की कई पहलुओं से जांच पड़ताल कर रही है। पीएम रिपोर्ट का भी इंतजार है। बच्चे की मृत्यु कैसे हुई, इस रहस्य से पर्दा उठेगा।
300 मीटर दूर नहर में कैसे पहुंचा बालक
18 माह के दिव्यांशु की तलाश में पुलिस ने अपने सारे संसाधन का प्रयोग किया। पोखरा, नहर, खेत सब तलाश करने के बाद डाग स्क्वायड और ड्रोन कैमरा का सहारा लिया गया, लेकिन उससे भी लापता बालक का पता नहीं चल सका। घटना के पांचवें दिन घर से 300 मीटर की दूरी पर नहर के पानी में स्वत: ही उतराता हुआ शव मिल गया। 18 माह का बालक 300 मीटर दूर नहर तक अपने पैरों से गया हो यह बात किसी का मन मान नहीं रहा। घर के सामने से नहर की दूरी 300 मीटर है लेकिन वहां जाने का कोई रास्ता नहीं है। जिस रास्ते से नहर पर जाया जाएगा उसकी दूरी 500 मीटर है। ऐसे में बालक के नहर के पानी में डूबने से मृत्यु होना किसी के गले उतर नहीं रहा। पुलिस भी इस बात को स्वीकार कर रही है। परिजनों ने गांव के कुछ लोगों पर संदेह जताया है।
(Udaipur Kiran) / गोपाल गुप्ता / मोहित वर्मा