बीकानेर, 12 दिसंबर (Udaipur Kiran) । रोप स्केपिंग फैडरेशन ऑफ इण्डिया द्वारा ऑल इण्डिया रोप स्केपिंग खेल प्रतियोगिता चण्डीगढ़ में पंचकुला में 15 दिसम्बर 2024 तक आयोजित की जायेगी जिसमें राजस्थान से कृष्णचन्द पुरोहित एकमात्र रेफरी एवं निर्णायक होंगें।
रोप स्केपिंग फेडरेशन ऑफ इण्डिया के सचिव निर्देश शर्मा ने बताया कि ऑफिशियल सूची फैक्स के द्वारा पत्र भेजकर और राजस्थान स्टेट रोप स्केपिंग फैडरेशन को सूचना प्रेषित की कि बीकानेर के कृष्णचन्द पुरोहित चंडीगढ़ में आयोजित ऑल इण्डिया रोप स्केपिंग खेल प्रतियोगिता में मुख्य रेफरी व निर्णायक की भूमिका में उपस्थित होंगें। निर्देश शर्मा ने बताया कि पूरे भारत में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, झारखण्ड, हरियाणा, राजस्थान, बिहार, तेंलंगाना, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, जम्मू एण्ड कशमीर इत्यादि प्रदेशों से आॅल इण्डिया रोप स्केपिंग खेल प्रतियोगिता में खिलाड़ियों के खेल के साथ निर्णायकों और रेफरी की भूमिका अहम रहेगी।
राजस्थान रोप स्केपिंग फैडरेशन के अध्यक्ष प्रविण मैढ़ ने बताया कि इस बार अत्यंत खुशी की बात है कि राजस्थान से 15 खिलाड़ियों का नेशनल प्रतियोगिता में चयन होना गौरव का विषय है उन्होंने फोन पर सूचना कर बधाई प्रेषित की और खुशी का इजहार किया। साथ ही उन्होंने बताया कि खिलाड़ी वर्ग में जिसमें महिला वर्ग और पुरूष वर्ग में खिलाड़ी हिस्सा लेंगें। साथ ही यह अत्यन्त गौरव का विषय है कि राजस्थान से बीकानेर रोप स्केपिंग फैडरेशन के कृष्णचन्द पुरोहित का रेफरी व निर्णायक की भूमिका में रहेंगें।
इसी क्रम राजस्थान के मुख्य कोच कृष्णचन्द पुरोहित ने बताया कि यह खेल जापान एवं कोरिया में सर्वाधिक रूप से प्रसिद्ध खेल है। इस खेल से रोप के द्वारा स्केपिंग करना बहुत ही आश्चर्यजनक खेल है। रोप स्केपिंग खेल बेहतर स्टेपना वाला खेल है इसमें स्फुर्ति, मोटापा कम होना और लचीनापन के साथ-साथ स्टेप बाई स्टेप 980 तरह की क्रियाये है इसमें पांच खिलाडियों की टीम के साथ-साथ यह खेल इण्डिजुअल खेल भी है। इसमें रस्सी को अलग-अलग क्रिया द्वारा खेल को खेला जाता है इसमें 30 सैकण्ड, 1 मिनट, 2 मिनट व 4 मिनट का खेल होता है। यह छह मीटर के दायरे में इण्डोर व आउटडोर दोनों में खेला जा सकता है कम खर्च वाला खेल है। साथ ही कृष्णचन्द पुरोहित ने बताया की इस खेल को विद्यालय संगठन, सीबीएससी बोर्ड, जवाहर नवोदय, और अनेकों विश्व विद्यालय में इस खेल की मान्यता है और लागू है अतः राजस्थान में भी इस खेल को महाराजा गंगासिंह विश्व विद्यालय, और शिक्षा निदेशालय में भी इस खेल को जोड़ने के लिए सरकार को पत्र भेजा है। राजस्थान में एक लहर की तरह छायेगा इसमें मैं अपना सौ प्रतिशत योगदान दुंगा एवं खेल को आगे बढ़ाऊंगा।
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(Udaipur Kiran) / राजीव