
कोलकाता, 30 अप्रैल (Udaipur Kiran) ।कोलकाता के बड़ाबाजार स्थित मछुआ फलपट्टी इलाके के एक होटल में मंगलवार शाम भीषण आग लगने के बाद अब पुलिस ने होटल के मालिक दो भाइयों — आकाश चावला और अतुल चावला — की तलाश तेज कर दी है। लालबाजार पुलिस की एक टीम बुधवार को हावड़ा के गोलाबाड़ी थाना क्षेत्र स्थित सबअर्बन पार्क रोड पर स्थित उनके आवास पर पहुंची, लेकिन दोनों वहां नहीं मिले।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, दोनों भाई पहले उस अपार्टमेंट में रहते थे, परंतु एक साल पहले कहीं और चले गए। उनके चाचा बीएस चावला ने पुलिस को बताया कि आकाश और अतुल अब उस स्थान पर नहीं रहते। घटना के बाद से उनका मोबाइल भी बंद है। परिवार के अन्य सदस्यों से पूछताछ की गई है और वे चाहते हैं कि दोनों भाई आत्मसमर्पण करें।
इस हादसे में अब तक दो बच्चों समेत 14 लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस का प्राथमिक अनुमान है कि इनमें से 13 लोगों की मौत दम घुटने से हुई। घटना के बाद होटल की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर लापरवाही सामने आई है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बयान में कहा कि होटल में ज्वलनशील पदार्थ जमा किए गए थे। दमकल विभाग के महानिदेशक रणबीर कुमार ने बुधवार को घटनास्थल का दौरा किया और बताया कि होटल का ‘फायर लाइसेंस’ तीन साल पहले ही समाप्त हो गया था, जिसे उसके बाद नवीनीकृत नहीं कराया गया। इतना ही नहीं, होटल में आग बुझाने की जो व्यवस्था थी, वह काम ही नहीं कर रही थी। दमकल विभाग को संदेह है कि होटल में अग्निशमन प्रणाली या तो मौजूद नहीं थी या पूरी तरह निष्क्रिय थी।
दमकल मंत्री सुजीत बोस ने बताया कि आग लगने के समय होटल में ‘फायर अलार्म’ भी नहीं बजा। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि होटल के दूसरे मंजिल पर प्लाइवुड का काम चल रहा था, वहीं से आग और धुआं फैलना शुरू हुआ। चूंकि धुआं ऊपर की ओर तेजी से गया, इसलिए ऊपरी मंजिलों पर ठहरे लोग नीचे नहीं उतर सके। इस पर सवाल उठ रहा है कि होटल में खिड़कियां क्यों बंद थीं, जबकि वहां सेंट्रल एसी जैसी कोई प्रणाली भी नहीं थी।
घटना की जांच के लिए लालबाजार पुलिस ने विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। 11 सदस्यीय टीम की अगुवाई डीसी सेंट्रल कर रहे हैं। दमकल विभाग की ओर से भी होटल प्रबंधन के खिलाफ थाना में शिकायत दर्ज करवाई गई है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
