Uttrakhand

ज्ञान, त्याग, सेवा और मर्यादा के कार्याें के प्रति समर्पण जरूरी : तिवारी

ब्राह्मण परिषद की बैठक

हरिद्वार, 07 अप्रैल (Udaipur Kiran) । श्री चेतन ज्योति आश्रम में आयोजित अखिल ब्राह्मण एकता परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए परिषद के मुख्य संरक्षक अवकाश प्राप्त आईपीएस जुगुल किशोर तिवारी ने कहा कि समय तेजी से बदल रहा है। समाज, राजनीति, शिक्षा और व्यवसाय हर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा और चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी समुदाय के लिए यह आवश्यक हो जाता है, कि वह अपने अस्तित्व, सम्मान और अधिकारों की रक्षा के लिए संगठित हो, जागरूक हो और अपनी बात को प्रभावशाली ढंग से हर स्तर पर रख सके।

ब्राह्मण किसी का अहित करने के लिए नहीं बल्कि खुद की शक्ति बढ़ाने के लिए एकजुट हों। चेतन ज्योति आश्रम के परमाध्यक्ष एवं परिषद के संरक्षक महंत ऋषिश्वरानंद महाराज ने कहा कि ब्राह्मण समाज को सदा से ज्ञान, त्याग, सेवा और मर्यादा का प्रतीक माना गया है, आज विखंडन और आपसी भेदभाव की वजह से अपनी शक्ति को खो रहा है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र, भाषा, गोत्र, परंपराओं और रीति-रिवाजों के नाम पर हम इतने बंट चुके हैं कि हम अपनों से दूर और पहचान को भूलते जा रहे हैं।

इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजेंद्र पांडेय ने कहा कि अब समय आ गया है कि तमाम छोटे-छोटे मतभेदों को छोड़कर एक साझा भाव में बंधें। जब तक हम संगठित नहीं होंगे, हमारी समस्याएं अनसुनी रह जाएंगी। जब तक हम एक नहीं होंगे, हमारे बच्चों को उनका हक नहीं मिलेगा, हमारी संस्कृति बिखरती रहेगी और आने वाली पीढ़ियां अपनी जड़ों से कटती जाएंगी। परिषद के संरक्षक डा.प्रेमचंद शास्त्री ने कहा कि समाज का मस्तिष्क ब्राह्मण माने गए हैं। जब वही ठीक से काम नहीं करेगा तो समाज का विकास प्रभावित होगा। उन्होंने कहा कि आज समाज का हर वर्ग संगठित है। लेकिन ब्राह्मणों में एकजुटता का अभाव देखा जा रहा है।

बैठक में प्रदेश अध्यक्ष मनोज गौतम, प्रदेश संयोजक जे.पी.जुयाल, मार्गदर्शक बालकृष्ण शास्त्री, जिलाध्यक्ष विपिन कुमार शर्मा, जिला महामंत्री विकास शर्मा विक्की, मनोज शुक्ला, लक्ष्मी त्रिपाठी, जितेंद्र कुमार कौशिक, सचिन तिवारी, ऋषि शर्मा, विकास शर्मा, रमेश पांडे, प्रसून दुबे, जगदीश चंद्र शर्मा, ललित मिश्रा, सत्यनारायण शर्मा सहित अनेक विप्र बंधु उपस्थित रहे। बैठक का संयोजन बालकृष्ण शास्त्री ने किया।

(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

Most Popular

To Top