Haryana

मोक्ष प्राप्त करने के लिए ज्ञान जरूरी है : श्रीश्री रविशंकर

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आर्ट ऑफ  लिविंग के अध्यात्म गुरू श्रीश्री रविशंकर।

फसल बचाओ-नस्ल बचाओ कार्यक्रम में पहुंचे अध्यात्मिक गुरु

जींद, 18 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । जींद में आयोजित अध्यात्म के महासंगम कार्यक्रम में पहुंचे आर्ट ऑफ लिविंग के अध्यात्म गुरू श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि मोक्ष केवल महाकुंभ पर संगम में डुबकी लगाने मात्र से नहीं मिल जाता। मोक्ष प्राप्त करने के लिए ज्ञान जरूरी है। मंगलवार को सेक्टर सात में आयोजित कार्यक्रम में हरियाणा की खापों की मुहिम का समर्थन करते हुए श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि एक गांव और एक गोत्र में शादी नहीं होनी चाहिए। नस्ल बचाने के लिए जरूरी है कि एक गांव और एक गोत्र में शादी नहीं हो और युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखा जाए।

उन्होंने आह्वान किया कि कैंसर की खेती को नहीं करना है और जैविक खेती को अपनाना है। श्रीधाम सोसाइटी में आयोजित फसल बचाओ, नस्ल बचाओ महासम्मेलन में पहुंचे आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि एक गोत्र और एक शादी में गांव में शादी नहीं करना कोई रूढ़िवाद नहीं है, बल्कि वैज्ञानिक रूप से सही है। खाप पंचायतों की हिंदू विवाह अधिनियम में संशोधन की इस मांग का वह समर्थन करते हैं।

श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि महाकुंभ में जो संत महात्मा आए हैं, उनका ज्ञान ही मोक्ष प्राप्त करने का रास्ता है। महाकुंभ के दौरान भगदड़ और दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में अनेक लोगों की मौत पर श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि यह बेहद दुखद है। फिर भी इतने बड़े आयोजन में व्यवस्थाएं अच्छे तरीके से की गई हैं। श्रीश्री रवि शंकर ने हरियाणा को पहलवानों और खिलाड़ियों की धरती बताते हुए कहा कि यह सिलसिला जारी रहना चाहिए। खेती बचाने को लेकर श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि अब किसानों को कैंसर की खेती छोड़कर जैविक खेती अपनानी होगी। इस मौके पर विधानसभा के उपाध्यक्ष डा. कृष्ण मिड्ढा ने भी नशा मुक्ति पर जोर दिया। श्री धाम सोसाइटी में आयोजित कार्यक्रम का सभा स्थल श्रीश्री रविशंकर के चाहने वालों से खचाखच भरा हुआ था। आयोजक मंडल के सदस्य दयाकिशन गिल ने कहा कि श्री श्री रविशंकर के चरण जींद की धरती और श्री धाम सोसाइटी में पडऩे से सब पवित्र हो गया है।

(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा

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