
किशनगंज,30जुलाई (Udaipur Kiran) । जिले के सांसद डाॅ. मो. जावेद आजाद ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की है। इनसे मिलकर उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के किशनगंज सेंटर के लिए फंड जारी करने की मांग की है। साथ ही शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के आवंटन और एनजीटी के निषेधाज्ञा में हस्तक्षेप के लिए तत्काल अपील की है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से एएमयू किशनगंज शाखा से भेदभाव करने का आरोप लगाया है। साथ ही सांसद ने समाधान की मांग की है। वहीं चकला में आवंटित 243 एकड़ भूमि में एनजीटी की रोक के बावजूद भी उसी भूमि से सटे पुलिस लाइन की निर्माण काम की प्रगति का जिक्र किया है। केंद्र और बिहार में एनडीए सरकार के दोहरे मापदंड का आरोप लगाया है।
सांसद ने कहा है कि मोदी सरकार की दूसरी टर्म के कार्यकाल में भेदभावपूर्ण रवैया है। इसके कारण एएमयू किशनगंज शाखा से संबंधित महत्वपूर्ण मांगों पर चुप्पी पर सरकार के खिलाफ वर्तमान में मजबूत विपक्ष की सदन में सांसद ने जनता की आवाज को सदन में रखा हैं। सांसद डा. जावेद ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को लिखित आवेदन पत्र दिया है। इसमें कहा है कि किशनगंज में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) केंद्र के संबंध में पिछले 5 सालों से लगातार उठाया गया है। राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी), प्रधान पीठ, नई दिल्ली के एक आदेश से एएमयू किशनगंज परिसर का निर्माण रोक दिया गया है। मैं शिक्षा मंत्रालय, जल शक्ति मंत्रालय, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी), एनजीटी और बिहार सरकार सहित सभी संबंधित हितधारकों के साथ परामर्श की वकालत करता रहा हूं। संसद में नियम 377 सहित लगातार अपील के बावजूद, एनजीटी के आदेश के कारण परियोजना रुकी हुई है।
गौरतलब है कि एएमयू किशनगंज सेंटर के बगल में पुलिस लाइन का निर्माण कार्य जोरों पर है। फिर भी एएमयू सेंटर का निर्माण काम रुका हुआ है। एएमयू ने यूजीसी के एएमयू केंद्र, किशनगंज के लिए स्वीकृत 29 शिक्षण और 19 गैर-शिक्षण पदों के संबंध में आपके मंत्रालय से औपचारिक रूप से संवाद किया है। विश्वविद्यालय ने किशनगंज एएमयू केंद्र में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 352.75 करोड़ के वित्तीय अनुदान की मांग की है। सांसद ने इन मुद्दों को विभिन्न संसदीय माध्यमों से लगातार उठाया है। प्रश्नकाल के दौरान प्रश्न, और प्रमुख हितधारकों, यूजीसी अध्यक्ष और शिक्षा मंत्रालय सहित एएमयू अधिकारियों के साथ चर्चा की। सांसद ने कहा है कि यह अफसोस की बात है कि इन प्रयासों के बावजूद, ऐसा हुआ है। सांसद डा. जावेद आजाद ने इस मामले में विनम्रतापूर्वक शिक्षा मंत्री के व्यक्तिगत हस्तक्षेप का अनुरोध किया है। साथ ही एएमयू सेंटर, किशनगंज के लिए निम्नलिखित महत्वपूर्ण अनुरोधों पर विचार करने का आग्रह किया है।
(Udaipur Kiran) / धर्मेन्द्र सिंह / चंदा कुमारी
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