मोदीनगर, 07 जून (Udaipur Kiran) । केंद्रीय संसदीय कार्य और अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने शनिवार को मोदीनगर स्थित वेटलिफ्टिंग वॉरियर्स अकादमी के रेजिडेंशियल विंग का उद्घाटन किया। यह वही अकादमी है, जहां ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट मीराबाई चानू प्रशिक्षण लेती हैं। इस उद्घाटन के साथ ही भारत के 2036 ओलंपिक की तैयारियों में एक महत्वपूर्ण अध्याय जुड़ गया है।
सितंबर 2024 में भारत के चीफ नेशनल कोच विजय शर्मा द्वारा स्थापित इस अत्याधुनिक केंद्र में अब 30 सुसज्जित कमरों में 60 एथलीटों के रहने की व्यवस्था हो चुकी है। फिलहाल यहां 8 से 14 वर्ष की उम्र के 40 नवोदित खिलाड़ी और 15 वरिष्ठ एथलीट प्रशिक्षण ले रहे हैं।
रिजिजू ने कार्यक्रम में कहा, “मैं वेटलिफ्टिंग वॉरियर्स की टीम को बधाई देता हूं कि अब उनका रेजिडेंशियल सेंटर भी खुल गया है। मैं केवल शुभकामनाएं नहीं दे रहा, बल्कि मुझे विश्वास है कि यहां से एक बड़ा चैंपियन निकलेगा। मैंने कई अकादमियां देखी हैं, लेकिन विजय शर्मा ने जिस समर्पण से इसे चलाया है, वह वास्तव में अद्वितीय है।”
ओलंपिक पदक विजेता मीराबाई चानू ने अपने उद्गार में कहा, “2036 ओलंपिक सिर्फ एक सपना नहीं है, यह हम सभी की जिम्मेदारी है। जब आप ट्रेनिंग करते हैं, तब 140 करोड़ भारतीयों के सपनों को अपने साथ लेकर चलते हैं।”
मुख्य राष्ट्रीय कोच विजय शर्मा ने कहा कि जिस अकादमी का सपना देखा था, वह आज साकार हो गया है। मीराबाई के साथ ये बच्चे ट्रेनिंग करेंगे, और मुझे विश्वास है कि ये आने वाले ओलंपिक में देश का नाम रोशन करेंगे।
‘खेलो इंडिया’ के तहत विश्वस्तरीय सुविधा
यह अकादमी खेलो इंडिया योजना के अंतर्गत संचालित होती है और इसे युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय, स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई), ओलंपिक गोल्ड क्वेस्ट और भारतीय भारोत्तोलन महासंघ (आईडब्ल्यूएलएफ) का समर्थन प्राप्त है। सुविधाओं में आधुनिक जिम, रिकवरी जोन, स्टीम, सॉना और आइस बाथ की व्यवस्था है। अकादमी में सात कोच, तीन फिजियोथेरेपिस्ट और दो प्रमाणित मसाज विशेषज्ञ कार्यरत हैं।
यह पहल न केवल खेल प्रतिभाओं को तराशने की दिशा में मील का पत्थर है, बल्कि यह भविष्य के ओलंपिक सितारों के लिए एक मजबूत नींव भी साबित होगी।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
