
नई दिल्ली, 23 मार्च (Udaipur Kiran) । पैरालंपियन शीतल देवी ने रविवार को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में खेलो इंडिया पैरा गेम्स (केआईपीजी) 2025 में पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए अपना दूसरा स्वर्ण पदक सफलतापूर्वक जीता। ओडिशा की दिव्यांग तीरंदाज पायल नाग के खिलाफ जम्मू-कश्मीर की शीतल ने कंपाउंड तीरंदाजी ओपन फाइनल में 109-103 से जीत दर्ज की।
शीतल देवी ने 8 और 7 के स्कोर के साथ शुरुआत की, जबकि पायल ने डबल 10 के साथ शुरुआत की। 17 वर्षीय पायल ने हालांकि तीसरे राउंड में बढ़त खो दी, जहां उन्होंने पहली बार 7 का स्कोर बनाया और शीतल ने 9 और 10 के अपने लगातार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर वापसी की। निर्णायक पांचवें राउंड में शीतल ने खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2025 में स्वर्ण पदक जीता।
राष्ट्रीय राजधानी में तेज धूप के कारण खिलाड़ियों को परेशानी का सामना करना पड़ा, लेकिन इससे तीरंदाजों की प्रतिस्पर्धात्मक भावना में कोई कमी नहीं आई। 40 वर्षीय राकेश कुमार और 30 वर्षीय ज्योति बालियान ने पदक जीते। झारखंड के विजय सुंडी ने पुरुषों के रिकर्व ओपन स्वर्ण पदक मैच में हरियाणा के विकास भाकर को 6-4 से हराया, जबकि हरियाणा की पूजा ने महिलाओं के रिकर्व ओपन स्वर्ण पदक मैच में महाराष्ट्र की राजश्री राठौड़ को 6-4 से हराया।
पुरुषों के कंपाउंड ओपन स्वर्ण पदक मैच में राजस्थान के श्याम सुंदर स्वामी ने छत्तीसगढ़ के तोमन कुमार को कड़ी टक्कर देते हुए 140-139 के अंतर से हराया। कांस्य पदक मैचों में राकेश कुमार ने अपनी अविश्वसनीय निरंतरता का परिचय देते हुए हरियाणा के परमेंद्र को 143-140 से हराया। इसी तरह ज्योति बालियान ने दिल्ली की लालपति को 136-132 से हराया। रिकर्व ओपन कांस्य पदक मैचों में राजस्थान के धन्ना गोदारा और झारखंड की सुकृति सिंह ने क्रमशः पुरुष और महिला वर्ग में जीत हासिल की।——————–
(Udaipur Kiran) / वीरेन्द्र सिंह
