CRIME

बारह घंटे के भीतर अपहृत बच्चा सकुशल बरामद, एक अपहर्ता गिरफ्तार

सकुशल बरामद किया गया बच्चा शशांक अपने परिजनों के साथ
पुलिस अधीक्षक के साथ बच्चे को बरामद करने वाली टीम व गिरफ्तार अभियुक्त

बिजनौर, 20 जुलाई (Udaipur Kiran) । धामपुर थाना पुलिस ने बारह घंटे के भीतर अपहृत बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। इस दौरान पुलिस ने एक अपहर्ता को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक ने खुलासा करने वाली टीम को पच्चीस हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 19 जुलाई को धामपुर के शिखर शिशु सदन स्कूल से वैन में अपने गांव लौटने पर

दोपहर ढाई बजे 11 साल के बच्चे शशांक का अपहरण हो गया था। घरवालों ने खोजबीन की। पूछताछ में साथ में आये अन्य स्कूली बच्चों ने बताया कि हम सब एक साथ ही गांव की परचून दुकान के सामने उतरें थे। खोजबीन करने पर गली में शशांक का जूता पड़ा मिला था, जिसके बाद परिजनों ने किसी प्रकार की अनहोनी की आशंका जताते हुए पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। क्षेत्र में लगे सीसीटीवी चेक किया, जिसमें एक सीसीटीवी कैमरे में एक वाहन में स्कूली बच्चा नजर आया है। एसपी ने सर्विलांस समेत पुलिस की टीमें लगायी।

विवेचना के दौरान कई महत्वपूर्ण जानकारी मिलने पर पुलिस ने अपहृत बच्चे को गाजियाबाद से बरामद कर लिया। इस दौरान अपहरण में शामिल गाजियाबाद निवासी अर्जुन को गिरफ्तार किया है।

पूछताछ में अभियुक्त ने स्वीकारा कि इस मामले का सूत्रधार शशांक का चचेरा भाई गौरव है, जिसने पैसे के लिए अपने तीन साथियों के साथ मिलकर गांव से अपहरण कराया था। उसने बीसीए तक पढ़ाई की है। उसके साथ गौरव भी पढ़ता था। गौरव ने बताया कि जमीन गिरवी रखी, लेकिन नौकरी नहीं लगी है|

इसी वजह से गौरव ने सूर्य प्रताप उर्फ सूरज निराला, बाली सिंह और मुझे साथ मिलाकर मौसेरे भाई शशांक की किडनैपिंग की योजना बनाई। अपहरण के बाद सूरज निराला रास्ते में उतर गया था। हम तीनों शशांक को लेकर गाजियाबाद जा रहे थे । गांव दुजाना के जंगल में सड़क के किनारे शशांक को लघुशंका करा रहा था तभी पुलिस ने मुझे पकड़ लिया। गाड़ी में बैठे मेरे दो साथी बल्ली व गौरव मौके से फरार हो गए। मैंने शशांक के पिता आशुतोष से फेसबुक के माध्यम से काल की थी, जिसका कोई जवाब नहीं मिला। मेरा फ़ोन गाड़ी में था जिसे मेरे साथी ले गये हैं।

अभियुक्त ने बताया कि शशांक का अपहरण फिरौती के लिए किया था, जिसमें गौरव ने एक लाख मुझे देने को कहां था। पुलिस शेष आरोपितों की तलाश में जुटी हुई है। बच्चे शशांक के सकुशल लौटने पर परिजनों ने राहत की श्वास ली और पुलिस का आभार व्यक्त किया है।

(Udaipur Kiran) / नरेन्द्र / दीपक वरुण / Siyaram Pandey

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