
नई दिल्ली, 19 मार्च (Udaipur Kiran) । भारत के शीर्ष पैरालिंपियन सुमित अंतिल और देवेंद्र झाझरिया ने खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2025 में भाग लेने वाले 1300 से अधिक एथलीटों का स्वागत किया और उन्हें इस मंच का भरपूर लाभ उठाकर ओलंपिक में देश का नाम रोशन करने की प्रेरणा दी।
खेलो इंडिया पैरा गेम्स (केआईपीजी) 2025 का आयोजन 20 से 27 मार्च तक दिल्ली के तीन प्रमुख स्थलों – जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, इंदिरा गांधी स्टेडियम और डॉ कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में होगा। इस प्रतिष्ठित आयोजन में पैरा एथलेटिक्स, पैरा तीरंदाजी, पैरा पावरलिफ्टिंग, पैरा बैडमिंटन, पैरा टेबल टेनिस और पैरा शूटिंग सहित कुल छह खेलों में प्रतिस्पर्धा होगी।
टोक्यो पैरालिंपिक में स्वर्ण पदक विजेता सुमित अंतिल ने इस आयोजन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, खेलो इंडिया पैरा गेम्स युवा और अनुभवी एथलीटों दोनों के लिए खुद को साबित करने का एक शानदार मंच है। यह देखकर खुशी होती है कि इस पहल ने भारतीय पैरा खेलों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।
दो बार के पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता और भारतीय पैरालंपिक समिति के अध्यक्ष देवेंद्र झाझरिया ने भी इस प्रतियोगिता की सराहना की। उन्होंने कहा, खेलो इंडिया पैरा गेम्स का सीधा प्रभाव 2028 लॉस एंजेलिस पैरालिंपिक पर पड़ेगा। पेरिस 2024 पैरालिंपिक में हमारे एथलीटों ने रिकॉर्ड 29 पदक (9 स्वर्ण) जीते। इनमें से 7-8 एथलीट ऐसे थे, जिन्होंने खेलो इंडिया में भाग लिया था। हमें भरोसा है कि इस साल के एथलीट भी भविष्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन करेंगे।
खेलो इंडिया पैरा गेम्स का पहला संस्करण दिसंबर 2023 में आयोजित हुआ था, जिसने कई युवा पैरा एथलीटों को पहचान दिलाई। गुजरात के दृष्टिबाधित लॉन्ग जम्पर जगदीश परमार, जिन्होंने T11-13 श्रेणी में 4.59 मीटर की छलांग लगाकर स्वर्ण पदक जीता था, इस साल भी प्रतिस्पर्धा में वापसी कर रहे हैं।
परमार ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, खेलो इंडिया पैरा गेम्स ने मुझे पहचान दिलाई। जब मुझे मेरे प्रदर्शन का वीडियो भेजा गया, तो मुझे गर्व महसूस हुआ। इससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ा और अब मैं इस साल और बेहतर करने के लिए उत्साहित हूं।
इस साल के आयोजन में 1300 से अधिक खिलाड़ी, 350 सपोर्ट स्टाफ और 150 वॉलंटियर्स शामिल होंगे। उद्घाटन समारोह इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में आयोजित होगा, जहां विभिन्न खेलों के दिग्गज खिलाड़ियों की उपस्थिति में प्रतियोगिता का भव्य आगाज होगा।
खेलो इंडिया पैरा गेम्स न केवल देश के उभरते हुए पैरा एथलीटों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, बल्कि यह भविष्य में भारत की पैरालंपिक सफलता की नींव रखने का भी काम करेगा। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के माध्यम से कई एथलीट अपने ओलंपिक सपनों को हकीकत में बदलने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
