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ईपीआर को उद्यमिता के विस्तार का अवसर के रूप में अपनाएं: खंडेलवाल 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद प्रवीण खंडेलवाल

नई दिल्ली, 06 फरवरी (Udaipur Kiran) । कन्‍फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री और चांदनी चौक के सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने गुरुवार को कहा कि विस्तारित उत्पादक उत्तरदायित्व (ईपीआर) को सिर्फ एक बाध्यता के रूप में देखने के बजाय एक बड़े अवसर के रूप में अपनाना चाहिए।

नई दिल्ली के एक होटल में इंडियन ईपीआर एलायंस की ओर से आयोजित कार्बन मार्केट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएमएआई) को संबोधित करते हुए सांसद खंडेलवाल ने जोर दिया कि खुदरा एवं थोक विक्रेता और व्यापारी भारत की सर्कुलर अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समावेशी विकास के विजन को आगे बढ़ाने के अनुरूप है। प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ‘मिशन लाइफ’, स्वच्छ भारत अभियान और 2070 तक नेट जीरो लक्ष्य जैसी पहलों के माध्यम से स्थिरता (सस्टेनेबिलिटी) के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने अपशिष्ट (वेस्ट) प्रबंधन, संसाधन दक्षता और जवाबदेही को सुनिश्चित करने में ईपीआर की महत्वपूर्ण भूमिका को भी रेखांकित किया।

भाजपा सांसद खंडेलवाल ने कहा कि अब तक अपशिष्ट प्रबंधन मुख्य रूप से अनौपचारिक कचरा बीनने वालों और छोटे रीसाइक्लर्स पर निर्भर रहा है, लेकिन ईपीआर एक संरचित ढांचा प्रदान करता है जो व्यापारियों, निर्माताओं और नीति-निर्माताओं को आपस में जोड़ता है। उन्होंने प्लास्टिक, पैकेजिंग, ई-वेस्ट और स्क्रैप क्षेत्रों में छोटे व्यापारियों को अधिकृत कलेक्शन पार्टनर बनने का आह्वान किया ताकि वे ईपीआर अनुपालन को अपनाकर अपनी आय को स्थिर कर सकें और व्यापार का विस्तार कर सकें।

कैट महामंत्री ने सरकार द्वारा डिजिटल प्लेटफॉर्म, प्रशिक्षण और वित्तीय प्रोत्साहनों के माध्यम से ईपीआर अनुपालन को सरल बनाने के प्रयासों का स्वागत करते हुए कहा कि अपशिष्ट प्रबंधन क्षेत्र आने वाले वर्षों में एक बहु-अरब डॉलर (मल्टी-बिलियन डॉलर) का उद्योग बनने की ओर अग्रसर है, जो छोटे व्यवसायों के लिए व्यापक आर्थिक अवसर खोलेगा। खंडेलवाल ने अपने संबोधन में सरल अनुपालन प्रक्रियाओं और व्यापार, रीसाइक्लिंग उद्योग एवं नीति-निर्माताओं के बीच मजबूत सहयोग की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने व्यापार जगत से भारत के हरित (ग्रीन) परिवर्तन में नेतृत्वकारी भूमिका निभाने की अपील की। इसके साथ ही उन्होंने सीएमएआई द्वारा लॉन्च किए गए इंडिया ईपीआर एलायंस का स्वागत करते हुए इसे देश की अपशिष्ट प्रबंधन यात्रा में एक मील का पत्थर बताया।

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(Udaipur Kiran) / प्रजेश शंकर

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