बीकानेर, 5 जनवरी (Udaipur Kiran) । रामझरोखा कैलाशधाम की ओर से रामदासजी महाराज के सान्निध्य में प्रयागराज महाकुंभ में बीकानेर खालसा का आयोजन किया जाएगा। रामझरोखा कैलाशधाम के पीठाधीश्वर राष्ट्रीय संत सरजूदासजी महाराज ने बताया कि महाकुंभ 2025 का शुभारंभ पौष पूर्णिमा से होगा और इसका समापन 12 फरवरी को होगा। इस दौरान शाही स्नान करने वाले भक्त मोक्ष की प्राप्ति कर सकते हैं और कई पापों से मुक्ति पा सकते हैं।
सरजूदासजी महाराज ने जानकारी दी कि रामझरोखा कैलाशधाम द्वारा प्रयागराज के सेक्टर 19, मुक्ति मार्ग, ओल्ड जीटी रोड और गंगोली शिवाला के मध्य साढ़े तीन बीघा परिसर में शिविर लगाया जाएगा। इस शिविर में प्रतिदिन लगभग 4000 लोगों के भोजन और 900 लोगों के सोने की नि:शुल्क व्यवस्था होगी। शिविर का शुभारंभ 10 जनवरी को ध्वजारोहण के साथ होगा और यह 13 फरवरी तक चलेगा। शिविर में करीब 200 सदस्य श्रद्धालुओं की सेवा के लिए मौजूद रहेंगे। इस आयोजन के लिए शोभायात्रा का पोस्टर सरजूदासजी महाराज, समाजसेवी श्रीभगवान अग्रवाल, घनश्याम जोशी और एडवोकेट गणेश ने विमोचित किया।
श्रद्धालुओं को आश्रम में दो फोटो और एक आईडी के साथ रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। हालांकि मौके पर भी रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध होगी, लेकिन पहले से रजिस्ट्रेशन करवाने वालों को प्राथमिकता दी जाएगी।
महाकुंभ एक अद्वितीय धार्मिक आयोजन है, जो खगोलीय घटनाओं से भी जुड़ा होता है। यह मेला चार स्थानों—प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक—पर आयोजित किया जाता है। इस वर्ष का महाकुंभ विशेष इसलिए है क्योंकि यह 144 साल बाद बन रहे दुर्लभ खगोलीय संयोग के अंतर्गत हो रहा है। जब बृहस्पति वृषभ राशि और सूर्य मकर राशि में होते हैं, तब महाकुंभ का आयोजन प्रयागराज में किया जाता है। इस साल महाकुंभ के 12-12 के बारह चरण पूरे हो रहे हैं, जिससे यह आयोजन और भी महत्वपूर्ण हो गया है। भक्तों के लिए यह आध्यात्मिक ऊर्जा और सकारात्मकता का संगम लेकर आएगा।
(Udaipur Kiran) / राजीव