
लखनऊ, 06 मई (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ग्रामीण महिलाओं के आजीविका संवर्धन कार्यों में और अधिक तेजी लायी जाय। स्वयं सहायता समूहों को सक्रिय व प्रभावी बनाकर समूहों से जुड़ी दीदियों को आत्मनिर्भर व स्वावलंबी बनाने की ठोस कार्यवाही की जाय । उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि समूहों द्वारा निर्मित सामग्री की ब्रांडिंग करने व उनके विपणन की दिशा में प्रभावी कदम उठाए जाय।
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में गति लाने के लिए जरूरी है, कि योजनाओं व कार्यक्रमों की नियमित रूप से गहन समीक्षा की जाय। योजनाओं की ग्राउंड रियलिटी पता करने व उन्हें धरातल पर प्रभावी तरीके से उतारने के लिए जरूरी है कि फील्ड भ्रमण किया जाय और सम्बन्धित अधिकारियों/ कर्मचारियों की जवाबदेही फिक्स की जाय। उन्होंने समूहों की सक्रियता पर विशेष रूप से फोकस करने के निर्देश दिए हैं।
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से प्राप्त जानकारी के अनुसार में प्रदेश में लगभग 884845 लाख स्वयं सहायता समूह एवं 61484 हजार ग्राम संगठन का गठन किया गया है । जिसमें काफी संख्या में समूहों तथा ग्राम संगठनों का सखी ऐप पर प्रोफाइल का अंकन नहीं हो पाया है। जिसकी नियमित रूप से समीक्षा की जा रही है। समूह सखियों को सक्रिय किए जाने की आवश्यकता पर विशेष जोर दिया गया है।
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की मिशन निदेशक दीपा रंजन ने मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देश दिए हैं जो समूह सखी किन्ही कारणवश निष्क्रिय हो गयी हैं, उनके स्थान पर अन्य सक्षम महिला को नियमानुसार समूह सखी का चयन कराते हुए निर्धारित प्रारूप पर मिशन मुख्यालय को अवगत कराया जाय। समस्त उपायुक्त (स्वतः रोजगार) को भी निर्देशित किया गया है कि वह इस कार्य को पूरी गम्भीरता व संवेदनशीलता के साथ कराना सुनिश्चित करें।
(Udaipur Kiran) / बृजनंदन
