
रांची, 8 मई (Udaipur Kiran) । दी इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया, रांची शाखा ने एकाउंटिंग स्टैंडर्ड्स बोर्ड के तत्वावधान में वित्तीय विवरणों से संबंधित हाल के निर्देशों पर गुरुवार को सेमिनार का आयोजन रांची स्थित आईसीएआई भवन में किया।
सेमिनार में नई दिल्ली के विशेषज्ञ सीए कमल गर्ग ने बताया कि व्यक्तिगत व्यवसाय, साझेदारी फर्म्स, एचयूएफ और अन्य गैर-सूचीबद्ध संस्थाओं को अपने वित्तीय विवरणों को एकरूपता, पारदर्शिता और लेखांकन मानकों के अनुरूप तैयार करें।
उन्होंने कहा कि यदि कोई क्लाइंट (गैर-कार्पोरेट संस्था) आईसीएआई की ओर से मार्गदर्शन नोट और प्रस्तावित प्रारूपों का पालन नहीं करता है तो एक चार्टर्ड एकाउंटेंट की रिपोर्टिंग प्रक्रिया और पेशेवर जिम्मेदारियों में यह स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि उसे अपने अंकेक्षण रिपोर्ट में इस पर रिपोर्टिंग करना है।
निर्देशों का पालन करना चार्टर्ड एकाउंटेंट्स की जिम्मेदारी
सीए कमल गर्ग ने इससे सम्बंधित संशोधित मानदंडों के अनुसार लेखांकन मानकों की आवश्यकता, वित्तीय विवरणों के नए प्रारूप और वित्तीय वर्ष 2024-25 के टैक्स ऑडिट में इन परिवर्तनों के प्रभावों की चर्चा की। उन्होंने बताया कि आईसीएआई के जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना चार्टर्ड एकाउंटेंट्स की पेशेवर ज़िम्मेदारी है और इन परिवर्तनों की जानकारी न केवल ऑडिट रिपोर्ट की गुणवत्ता में सुधार लाती है, बल्कि करदाताओं और हितधारकों को भी अधिक पारदर्शिता प्रदान करती है।
सेमिनार में पहुंचे चार्टर्ड एकाउंटेंट्स का स्वागत करते हुए इंस्टिट्यूट के रांची शाखा के अध्यक्ष सीए अभिषेक केडिया ने कहा कि मौजूदा समय में लेखांकन और रिपोर्टिंग में पारदर्शिता बेहद जरूरी है। यह सेमिनार इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे हमारे सदस्य नये दिशा-निर्देशों और व्यावहारिक पहलुओं से सशक्त होकर कार्य कर सकेंगे।
रांची शाखा के सीपीई कमिटी के अध्यक्ष सीए हरेन्दर भारती ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में लेखा परीक्षा व वित्तीय रिपोर्टिंग से जुड़ी प्रमुख बदलावों की जानकारी देना तथा चार्टर्ड एकाउंटेंट्स को आईसीएआई की ओर से जारी नवीनतम मार्गदर्शनों से अवगत कराना है।
सेमिनार में रांची शाखा के कार्यकारिणी सदस्य सीए दिलीप कुमार, पूर्व अध्यक्षों में सीए बिनोद बंका, सीए महेन्द्र जैन सहित अन्य उपस्थित थे।
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak
