गुप्तकाशी, 28 सितंबर (Udaipur Kiran) । केदारनाथ धाम की यात्रा पुन: पूर्ण रूप से पटरी पर आ चुकी है और आपदाग्रस्त क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त मोटर मार्ग का सुधारीकरण युद्धस्तर पर किया जा रहा है। इसके साथ ही केदार घाटी के विभिन्न कस्बों में संपर्क पुलों का निर्माण किया जा रहा है।
गुप्तकाशी में आयोजित पत्रकार वार्ता के दाैरान केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री अजय टम्टा ने कहा कि प्रदेश सरकार केंद्र सरकार की समस्त नीतियों को धरातल पर उतार रही है। उन्होंने बताया कि सेना द्वारा कुंड और मद्महेश्वर पैदल मार्ग पर दो पुलों के निर्माण की संस्तुति प्रदान की गई है, जिसमें कुंड पुल का निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है, आगामी कुछ दिनों में बनतोली रांसी का पुल भी निर्मित किया जायेगा।
उन्हाेंने बताया कि कई वर्षों से लंबित पड़े ल्वारा-गुप्तकाशी बाईपास का निर्माण कार्य 10 अक्टूबर से प्रारंभ किया जाएगा। उन्होंने केदारनाथ धाम यात्रा के दाैरान तीर्थ पुरोहितों से क्षेत्रीय समस्याओं पर वार्ता की और संबंधित विभागों को उनके समाधान के निर्देश दिए।
सोनप्रयाग, त्रियुगी और गरुड़ चट्टी मोटर मार्ग की डीपीआर तैयार हो चुकी है, जिसे जल्द ही स्वीकृति मिलने की संभावना है। इसके अलावा, चौमासी-केदारनाथ पैदल मार्ग के विकास के लिए 40 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है, और यहां मोटर मार्ग निर्माण के लिए बड़े स्तर पर वार्ता चल रही है।
उन्हाेंने लोनिवि गुप्तकाशी के अधिकारी और कर्मचारियों की सराहना करते हुए कहा कि वे दुरूह और क्षतिग्रस्त स्थानों पर लगातार कार्य कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सोनप्रयाग-मुनकटिया डेढ़ किलोमीटर के पैदल मार्ग का निर्माण सेंचुरी क्षेत्र होने के कारण फिलहाल बाधित है, लेकिन मुख्यमंत्री के प्रयास से वन विभाग से संवाद स्थापित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी केदारनाथ के विकास कार्यों की खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
(Udaipur Kiran) / बिपिन