शिमला, 29 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । स्वामी विवेकानंद ट्रस्ट पालमपुर के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कायाकल्प की वार्षिक बैठक में कहा कि 2005 में स्थापित कायाकल्प ने 19 वर्षों में भारत और विदेशों में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। कायाकल्प को भारत सरकार की सभी मान्यताओं के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय प्रमाणन भी प्राप्त है।
उन्होंने बताया कि हर वर्ष हजारों लोग स्वास्थ्य लाभ के लिए कायाकल्प आते हैं। संस्था की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यहाँ की सभी आय केवल संस्था के रखरखाव और कर्मचारियों पर खर्च होती है, किसी के निजी लाभ के लिए इसका उपयोग नहीं होता।
कुमार ने यह भी बताया कि कायाकल्प की आय में हर वर्ष वृद्धि हो रही है। इस बढ़ी हुई आय के चलते संस्था ने सभी कर्मचारियों को दीवाली के मौके पर एक महीने का बोनस और वार्षिक वेतन वृद्धि देने की घोषणा की है। सभी कर्मचारियों को 29 अक्तूबर से पहले बोनस और अक्तूबर महीने का वेतन भी प्रदान किया जाएगा।
कुमार ने यह भी साझा किया कि विवेकानंद ट्रस्ट द्वारा चार संस्थाओं की स्थापना का सपना पूरा हो चुका है, जिनसे इस क्षेत्र के लगभग 500 लोगों को रोजगार मिला है।
इसके अलावा शांता कुमार ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की कि 16 करोड़ की लागत से निर्मित ‘विश्रांति’ (वरिष्ठ नागरिक सदन) का संचालन भी शुरू हो गया है। यह विशेष सुविधा वाला पहला वरिष्ठ नागरिक सदन होगा, जहाँ 100 वरिष्ठ नागरिकों को 24 घंटे स्वास्थ्य सेवाएँ, BMI अस्पताल और कायाकल्प से चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
उन्होंने कहा कि विश्रांति की शुरुआती आय अपेक्षा से अधिक रही है इसलिए वहाँ के कर्मचारियों को प्रोत्साहन स्वरूप दीवाली पर बोनस और वार्षिक वेतन वृद्धि भी दी गई है।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला