नई दिल्ली, 01 नवंबर (Udaipur Kiran) । संस्कृति मंत्रालय कावेरी मीट्स गंगा सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन शनिवार से करने जा रहा है। कर्तव्य पथ और सीसीआरटी परिसर में 2 से 5 नवंबर तक आयोजित होने वाले इस महोत्सव में पारंपरिक प्रदर्शनों की एक विशिष्ट श्रृंखला शामिल होगी।
सरदार पटेल की 150वीं वर्षगांठ और एकीकृत भारत के उनके दृष्टिकोण का जश्न मनाते हुए यह उत्सव उत्तरी और दक्षिणी भारतीय सांस्कृतिक परंपराओं के संगम को उजागर करेगा। देश की राजधानी में चेन्नई के संगीत और नृत्य विरासत की जीवंतता को फिर से बनाकर, यह कार्यक्रम सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम से एकता को बढ़ावा देने की सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।
संस्कृति मंत्रालय़ के अनुसार इस आयोजन में दर्शकों को ब्रज के नगर संकीर्तन और गोवर्धन पूजा से लेकर आंध्र प्रदेश के कुचिपुड़ी, प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा भरतनाट्यम और केरल के पंचवाद्यम और थेय्यम जैसी लोक परंपराओं का अनुभव करने का मौका मिलेगा। बांसुरी पर राकेश चौरसिया और सरोद पर उस्ताद अमजद अली खान जैसे प्रसिद्ध संगीतकारों की उल्लेखनीय प्रस्तुतियां, रेंजिनी गायत्री द्वारा कर्नाटक गायन, राम वैद्यनाथन और मिनाक्षी श्रीनिवासन द्वारा भरतनाट्यम, कलाक्षेत्र चेन्नई द्वारा सिम्फनी सहित कई अनूठे कार्यक्रम भारत की सांस्कृतिक विविधता को एक मंच पर लाएंगे।
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(Udaipur Kiran) / विजयालक्ष्मी