
बेंगलुरू, 20 मार्च (Udaipur Kiran) । कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने गुरुवार को विधानसौध परिसर में मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि सरकार ने ग्रीष्मकाल में जल संरक्षण अभियान के साथ सांकी झील में कावेरी आरती करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि यह एक सरकारी कार्यक्रम है, कोई राजनीतिक नहीं। अदालत में आपत्ति दर्ज कराई गई है और सरकार अदालत में अपना पक्ष रखेगी।
उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने कहा कि 22 मार्च विश्व जल दिवस है। पानी के उचित उपयोग और संरक्षण के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए एक महीने का अभियान शुरू किया गया है। कावेरी चरण 5 पेयजल परियोजना को क्रियान्वित किया गया है और बेंगलुरू को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए चरण 6 परियोजना के लिए डीपीआर तैयार किया गया है।
उन्होंने कहा क ि कई लोग पीने के पानी का इस्तेमाल वाहन और पौधों को धोने के लिए कर रहे हैं। इससे लगभग 20 फीसदी पीने का पानी बर्बाद हो रहा है। इस बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए शपथ ली जाएगी। उन्होंने कहा कि पहले केआरएस में कावेरी आरती करने की घोषणा की थी। इसके तहत कल सांकी झील पर पूजा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि वहां पहले भी कन्नड़ राज्योत्सव और विधायक जन्मदिन कार्यक्रम आयोजित हो चुके हैं। उनका कहना है कि उन्होंने पांच-छह झीलों की जांच की और सांकी झील में कावेरी आरती करने का फैसला किया। स्थानीय भाजपा नेताओं ने इस मुद्दे को लेकर अदालत का दरवाजा खटखटाया है और वे अदालत में अपना पक्ष रखेंगे। उन्होंने कहा कि वे किसी को नुकसान पहुंचाए बिना कार्यक्रम करेंगे। यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है बल्कि सरकारी कार्यक्रम है।उन्होंने जनता से कल होने वाले कावेरी आरती पूजा कार्यक्रम में भाग लेने की अपील की है।
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(Udaipur Kiran) / Dr. Vara Prasada Rao PV
