कठुआ 28 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । सदस्य विधान सभा कठुआ डॉ. भारत भूषण ने डीसी कार्यालय परिसर में कठुआ प्रशासन के जिला और क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ एक परिचयात्मक बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक में अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त (एडीडीसी) सुरिंदर मोहन, मुख्य योजना अधिकारी (सीपीओ) रंजीत ठाकुर, अधीक्षण अभियंता (एसई) पीडब्ल्यूडी (आर एंड बी), मुख्य शिक्षा अधिकारी (सीईओ), पीडब्ल्यूडी, सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण और पीडीडी सहित विभिन्न विभागों के एक्सईएन, साथ ही विभिन्न विभागों का प्रतिनिधित्व करने वाले अन्य अधिकारियों ने भाग लिया। सीपीओ कठुआ रंजीत ठाकुर ने सरकार के नेतृत्व वाली विकास और कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने में प्रगति की रूपरेखा बताते हुए जिले के विकास पथ पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चालू वर्ष के कैपेक्स बजट व्यय का 28 प्रतिशत उपयोग किया जा चुका है, हाल के विधानसभा चुनावों के बाद शेष परियोजनाओं में तेजी लाई जा रही है। बैठक में जिला विकास परिषद (डीडीसी), ब्लॉक विकास परिषद (बीडीसी), और पंचायती राज संस्थानों (पीआरआई) अनुदान सहित जिला पूंजीगत व्यय के तहत वित्त पोषित परियोजनाओं की स्थिति पर ध्यान केंद्रित किया गया।
सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग (पीएचई), लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), ग्रामीण विकास विभाग (आरडीडी), सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण, हस्तशिल्प और हथकरघा, जिला उद्योग केंद्र (डीआईसी), रोजगार, कृषि, बागवानी, पशुपालन जैसे विभागों के अधिकारी, समाज कल्याण, आईसीडीएस, डूडा और स्वास्थ्य ने विभिन्न चल रही पहलों पर अपडेट प्रदान किया। विधायक ने हाशिए पर रहने वाले समुदायों के मुद्दों को संबोधित करने और यह सुनिश्चित करने के लिए दयालु दृष्टिकोण की आवश्यकता पर जोर दिया कि कल्याणकारी योजनाएं सबसे कमजोर निवासियों तक पहुंचें। उन्होंने अधिकारियों से श्रम और रोजगार योजनाओं को लागू करके असंगठित क्षेत्रों में लगे लोगों तक कल्याणकारी कार्यक्रमों का लाभ पहुंचाने का आग्रह किया।
डॉ. भूषण ने कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में सफलता को आगे बढ़ाने की भी वकालत की और सुझाव दिया कि इन क्षेत्रों में अधिक भागीदारी को प्रेरित करने के लिए प्रगतिशील किसानों की अंतर्दृष्टि को साझा किया जाना चाहिए। उन्होंने ऐसे मंच स्थापित करने का आह्वान किया जहां प्रगतिशील किसान दूसरों को नवीन पद्धतियां अपनाने के लिए प्रेरित कर सकें। स्वच्छता संबंधी चिंताओं को संबोधित करते हुए, डॉ. भूषण ने कठुआ नहर और कठुआ शहर के भीतर विशिष्ट स्थानों पर कूड़े के जमाव पर ध्यान दिया। उन्होंने एमसी कठुआ और सिंचाई विभाग को नहर के किनारे चेतावनी संकेत लगाने का निर्देश दिया जिससे निवासियों को अवरुद्ध जलमार्गों के खतरों के प्रति सचेत किया जा सके। इसके अतिरिक्त उन्होंने एमसी कठुआ और एक्सईएन सिंचाई को निर्देश दिया कि नहर में कूड़ा डालते हुए पकड़े गए व्यक्तियों पर जुर्माना लगाया जाए और कठुआ शहर के लिए एक स्थायी स्वच्छता तंत्र के विकास का आग्रह किया जाए। डॉ. भूषण ने क्षेत्रीय पदाधिकारियों से जन आकांक्षाओं के अनुरूप जिले के विकासात्मक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए समर्पण के साथ काम करने का आह्वान किया।
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(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया