सैकंड़ों श्रृद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, दान—पुण्य कर किए ब्रह्माजी के दर्शन
अजमेर, 17 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । विश्वविख्यात तीर्थराज पुष्कर स्थित पवित्र सरोवर में 17 अक्टूबर से कार्तिक स्नान शुरू हो गया। कार्तिक स्नान शरद पूर्णिमा से कार्तिक पूर्णिमा तक पूरे एक माह चलेगा। इस दौरान लाखों श्रृद्धालु प्रतिदिन तीर्थ राज पुष्कर पहुंच कर कार्तिक महीने का पवित्र स्नान करेंगे। मान्यता है कि इससे धर्म लाभ मिलता है पाप कर्मों से मुक्ति प्राप्त होती है।
सूत्रों के अनुसार बुधवार को शुरू हुई शरद पूर्णिमा गुरुवार सूर्योदय तक रही। इसलिए कार्तिक महीने के स्नान गुरुवार को सुबह से ही शुरू हुए। श्रद्धालु अपनी सुविधा से पुष्कर में कार्तिक स्नान का धर्म लाभ लेने पहुंचने लगे।
कार्तिक स्नान का शास्त्र सम्मत महत्व है। कार्तिक पूर्णिमा पर पुष्कर सरोवर में ब्रह्माण्ड के सभी 33 हजार देवी-देवताओं का वास रहता है। पुष्कर मेले के दौरान एकादशी से पूर्णिमा तक पुष्कर सरोवर का स्नान धार्मिक दृष्टि से अति महत्व वाला होता है। यही कारण की मेले के दौरान पंचतीर्थ स्नान का विशेष मान्यता दी जाती है। इस दिन देश—दुनिया के साधु—संत पुष्कर पहुंचकर सरोवर में स्नान करते हैं। जुलूस के साथ पहुंचकर संतो का शाही स्नान आयोजन होता है।
स्नान के साथ साथ विशेष पूजा अर्चना, ब्रह्माजी के दर्शन, दानपुण्य और रात्रि में सरोवर आरती जैसे धार्मिक कामों में लोग बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं और परिवार में सुख, समृद्धि एवं खुशहाली की कामना करते हैं।
इस बार एक तिथि क्षय होने से कार्तिक महीने का पंचतीर्थ स्नान इस बार चार दिनों का ही रहेगा। हालांकि सरोवर के दैनिन्दनी स्नान से श्रद्धालुओं पर कोई विपरीत असर नहीं पड़ेगा।
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(Udaipur Kiran) / संतोष