श्रीनगर, 10 दिसंबर (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर कांग्रेस प्रमुख तारिक हामिद कर्रा ने मंगलवार को उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली सरकार में कांग्रेस के शामिल होने की संभावना के बारे में अटकलों को खारिज कर दिया।
एक बैठक की अध्यक्षता करने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कर्रा ने स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा कि पीसीसी प्रमुख के रूप में किसी ने भी इस मामले के बारे में मुझसे संपर्क नहीं किया है।
जम्मू में रोहिंग्या शरणार्थियों के मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर कर्रा ने शरणार्थियों के लिए बुनियादी सुविधाओं को अनिवार्य करने वाले अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों के प्रति पार्टी की प्रतिबद्धता को बताया। उन्होंने कहा कि हमारी चिंता यह है कि भारतीय मुसलमानों को किसी भी बहाने से दबाया न जाए। आरक्षण नीति के मुद्दे पर कर्रा ने कोई भी निर्णय लेने से पहले जनगणना पूरी करने की आवश्यकता बताई।
हाल ही में पार्टी के आंतरिक बदलावों के बारे में उन्होंने विस्तृत टिप्पणी करने से परहेज किया लेकिन टिप्पणी की कि मैं उन लोगों के बारे में बात नहीं करना चाहता जो कांग्रेस पार्टी में बेकार हैं। इससे पहले एक समीक्षा बैठक के दौरान कर्रा ने कांग्रेस पार्टी के दर्शन और विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए जमीनी स्तर पर जुड़ाव के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने क्षेत्र में कांग्रेस के प्रति बढ़ती सकारात्मकता का लाभ उठाते हुए सांस्कृतिक और धार्मिक रूप से लोगों से जुड़ने की रणनीतियों की रूपरेखा तैयार की।
(Udaipur Kiran) / सुमन लता